लखनऊ : Rain & Flood In UP – 11 प्रभावित जिलों में तत्काल मदद पहुंचाने का CM Yogi का निर्देश, चौबीसों घंटें एक्टिव हुआ आपदा कंट्रोल रूम। CM Yogi आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जनपदों में पूरी तत्परता के साथ राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
वर्तमान में प्रदेश के 11 जनपदों-कुशीनगर, महराजगंज, लखीमपुर खीरी, बलिया, फर्रुखाबाद, गोण्डा, कानपुर नगर, गौतमबुद्धनगर, सीतापुर, हरदोई तथा शाहजहांपुर में बाढ़ की स्थिति की सूचना प्राप्त हुई है। अन्य किसी भी जनपद में बाढ़ की स्थिति अभी तक नहीं है।
CM Yogi ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में आमजन को तत्काल मदद पहुंचाई जाए। अतिवृष्टि के कारण जिन गांवों में पानी भर गया है, जिला प्रशासन उन क्षेत्रों में प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानां एवं शिविरों में पुनर्स्थापित कर राहत सामग्री मुहैया कराए।
CM Yogi – बाढ़ प्रभावितों को राहत पैकेट के वितरण में देर न हो
CM Yogi ने विभिन्न जनपदों में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पैकेट के वितरण में देरी नहीं होनी चाहिए। राहत शिविरों में प्रकाश आदि की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। आपदा कण्ट्रोल रूम को 24 घण्टे क्रियाशील रखा जाए।
नदियों के जलस्तर तथा तटबन्धों की लगातार पेट्रोलिंग करके निगरानी की जाए। सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य हेतु आवश्यकतानुसार एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी यूनिट की तैनाती की जाए।
CM Yogi ने निर्देशित किया है कि जिन जनपदों में अतिवृष्टि के कारण सम्भावित बाढ़ और जल जमाव की आशंका है, उन जनपदों के अधिकारी पूरी सतर्कता बरतें और क्षेत्र भ्रमण कर प्रभावित लोगों को हर सम्भव सहायता सुलभ कराएं।
आकाशीय बिजली, अतिवृष्टि या अन्य प्राकृतिक आपदा से हुई मृत्यु की दशा में 4 लाख रुपये अनुमन्य है। 24 घण्टे के अन्दर अनुमन्य राहत राशि स्थानीय जनप्रतिनिधि के माध्यम से प्रभावित परिवार को वितरित की जाए।
‘प्रभावित इलाकों में राहत के साथ ही स्वास्थ्य शिविर भी लगाने का निर्देश’
CM Yogi ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न जलजनित बीमारियों के प्रसार की आशंका होती है। साथ ही, सर्पदंश की घटनाएं बढ़ने की भी सम्भावना रहती है। ऐसे में राहत शिविरों के समीप स्वास्थ्य शिविर संचालित किये जाएं।
यहां एण्टी स्नेक वेनम की उपलब्धता जरूर रहे। शिविरों में ओआरएस पैकेट का वितरण किया जाए।
CM Yogi ने कहा है कि वर्तमान में कतिपय जनपदों के कुछ क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित होने के कारण वहां फसल को नुकसान हुआ है। ऐसे सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में राजस्व और कृषि विभाग की टीम गहन सर्वेक्षण करते हुए फसल नुकसान का आकलन करें, ताकि प्रभावित किसानों को क्षतिपूर्ति की जा सके।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुधन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इन क्षेत्रों में पशुचारे का पर्याप्त प्रबन्ध किया जाए।
CM Yogi को अवगत कराया गया कि बाढ़ प्रभावित जनपदों में शरणालय स्थापित हैं। इन जनपदों में आवश्यकतानुसार एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी यूनिट की तैनाती की गई है। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए पर्याप्त संख्या में नावें संचालित हैं। बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री तथा लंच पैकेट का वितरण किया जा रहा है।
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