Ranchi-कांग्रेस कोटे से वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने इशारों ही इशारों में झारखंड में कांग्रेस की बदहाली के लिए प्रदेश अध्यक्ष का निशाने पर लिया है.
रामेश्वर उरांव ने कहा है कि जब मैं प्रदेश अध्यक्ष था तब भी इस प्रकार की खबरें मीडिया में आयी थी,
कहा जा रहा था कि कुछ विधायक संगठन से विक्षुब्ध चल रहे हैं,
वह विपक्ष के साथ हाथ मिला सकते हैं,
मैंने कदम उठाया और उसका नतीजा यह निकला की करीबन
साल भर इस तरह की खबरें मीडिया की सुर्खियां बननी बंद हो गयी.
लेकिन हाल के दिनों में झारखंड कांग्रेस को किसी की नजर लग गयी है.
परिस्थितियों को संभाला नहीं जा रहा है. इसके लिए बहुत हद तक प्रदेश नेतृत्व जिम्मेवार है.
वैसे रामेश्वर उरांव ने इस बिगड़ती परिस्थिति के लिए साफ तौर पर किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा साफ तौर पर प्रदेश अध्यक्ष की ओर था.
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या वह कांग्रेस संगठन को मजबूती प्रदान करने के लिए कुछ सुक्षाव देंगे,
तब उनका साफ कहना था कि वह अपना सुक्षाव पार्टी नेतृत्व को देंगे,
लेकिन फिलहाल कांग्रेस संगठन में सबकुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है, चिजों को संभाला नहीं जा रहा है.
जब यही सवाल मांडर विधानसभा से नवनिर्वाचित विधायक
शिल्पी नेहा तिर्की से पूछा गया तो शिल्पी तिर्की ने कहा कि
प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने सभी विधायकों को वन टू वन लिया है,
यह बहुत ही अच्छा कदम है. झारखंड में जो कुछ भी हुआ वह कोई चौंकाने वाला कदम नहीं था,
इसकी झलक हम महाराष्ट्र में देख चुके हैं.
पहले भी इस तरह की खबरें आते रहती है. हमारे पास कुछ सुझाव हैं,
हम उस सुझाव सही समय पर संगठन में रखेंगे.
लेकिन हाल के दिनों में झारखंड कांग्रेस को किसी की नजर लग गयी है.
परिस्थितियों को संभाला नहीं जा रहा है. इसके लिए बहुत हद तक प्रदेश नेतृत्व जिम्मेवार है.
वैसे रामेश्वर उरांव ने इस बिगड़ती परिस्थिति के लिए साफ तौर पर किसी का नाम नहीं लिया
, लेकिन उनका इशारा साफ तौर पर प्रदेश अध्यक्ष की ओर था.