Dhanbad: जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां राशन डीलर हेमलता सिन्हा ने अपने ही घर में काम करने वाली नौकरानी के नाम पर बड़ा राशन घोटाला कर दिया। मामला बाबूडीह क्षेत्र का है, जहां डीलर पर दर्जनों फर्जी नाम जोड़कर सरकारी राशन गबन करने का आरोप लगा है।
पीड़िता कलावती देवी पिछले 10 साल से डीलर हेमलता सिन्हा के घर में झाड़ू, पोछा, बर्तन और अन्य घरेलू काम करती रही। इसके बदले में उसे प्रतिमाह केवल 5 किलो अनाज दिया जाता था। आरोप है कि इसी दौरान डीलर ने कलावती देवी के आधार कार्ड और अंगूठे के निशान का दुरुपयोग करते हुए कई फर्जी राशन कार्ड बनवाए और उन्हीं कार्डों से हर महीने राशन निकालती रही।
नौकरानी के परिवार को भी फंसाया:
डीलर हेमलता सिन्हा ने सिर्फ कलावती ही नहीं, बल्कि उसके भतीजे अभिषेक राय और भाभी अंजलि देवी के आधार नंबर और थंबप्रिंट का भी गलत इस्तेमाल किया। इन दोनों के नाम पर भी कई अज्ञात लाभार्थियों के नाम जोड़कर फर्जी कार्ड तैयार किए गए। बताया जा रहा है कि हेमलता सिन्हा इनसे भी थंब लगवाकर राशन उठाती थी और बदले में कभी 5 किलो तो कभी 10 किलो अनाज दे देती थी। जब परिवार ने डीलर से राशन कार्ड देने की मांग की, तो उसने उन्हें टालते हुए कहा कि आम खाओ, गुठली मत गिनो।
खुलासा ऐसे हुआः
हाल ही में जब “मैया सम्मान योजना” के तहत राशन कार्ड की जांच की जा रही थी, तब कलावती देवी को संदेह हुआ और उसने ऑनलाइन अपने कार्ड की स्थिति देखी। जांच में खुलासा हुआ कि उसके नाम और आधार का उपयोग कर कई अज्ञात लोगों को जोड़ा गया है और वर्षों से उसका थंब लगवाकर राशन निकाला जा रहा है। इतना ही नहीं, डीलर हेमलता ने कलावती से 18 हजार रुपये यह कहकर ले लिए थे कि उसके नाम से पीडीएस डीलरशिप दिलाई जाएगी। लेकिन जब मामला खुलने लगा, तो हेमलता ने कलावती को काम से निकाल दिया।
पीड़िता पहुंची उपायुक्त कार्यालयः
अब पीड़िता कलावती देवी अपने भतीजे और भाभी के साथ धनबाद उपायुक्त कार्यालय पहुंची और न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने आरोप लगाया कि डीलर वर्षों से गरीबों का हक मार रही है और अधिकारियों की मिलीभगत से यह खेल चल रहा है। उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर डीलर हेमलता सिन्हा पर कार्रवाई करने की मांग की है। उधर, जिला आपूर्ति विभाग ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।
रिपोर्टः सोमनाथ
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