रांची: रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण कार्य अब तेजी से चल रहा है। 80% पिलर खुदाई का काम पूरा हो चुका है, जबकि बाकी 20% का काम भी तेजी से प्रगति कर रहा है।
फ्लाई ओवर के निर्माण के लिए कुल 101 पिलरों की आवश्यकता है और इनमें से पहले से ही 80 पिलरों का निर्माण पूरा हो चुका है। प्रत्येक पिलर की मोटाई पांच फीट तीन इंच है और ये पिलर 30 मीटर की दूरी पर स्थापित हो रहे हैं।
सड़क की चौड़ाई 16 मीटर होगी और इसके दोनों ओर तीन-तीन फीट के फुटपाथ बनाए जा रहे हैं। सभी पिलरों पर पांच-पांच गार्डर लगाए जा रहे हैं।
इस कॉरिडोर का निर्माण केसीसी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है और इसका खर्च 291 करोड़ रुपये है।
इसका लंबाई मोड़ से लेकर राजभवन तक 3.50 किलोमीटर होगा और यह मार्च 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है।
वाहनों के सुगम आवागमन के लिए, तीन जगहों – ईटकी रोड, पंडरा रोड और कचहरी रोड के पास, 100 मीटर के रैंप बनाए जाएंगे। इसके लिए, एनएच 75 में कुल 87 पिलर और ईटकी रोड में 13-14 पिलरों का निर्माण होगा।
पंडरा रोड पर रैंप का काम प्रगति पर है और यहां तीन पिलरों के बजाय गार्डर लगाए गए हैं। गैलेक्सिया मॉल से पिस्का मोड़ चौक तक पिलर लगाने का काम जारी है। ईटकी रोड में 13-14 पिलरों की स्थापना की जा रही है और काम इसी तरह आगे बढ़ रहा है। काम चल रहे हैं, और सड़क की बाईं ओर भी खुदाई काम चल रही है।
रातू रोड से दुर्गा मंदिर तक पिलरों पर कैप लगाने का काम भी जारी है। फ्लाई ओवर के निर्माण में करीब 40-45 इंजीनियर और 500 कर्मचारी लगे हुए हैं। इस कॉरिडोर के निर्माण से ईटकी, बनहोरा, रातू, कमड़े, पंडरा जैसे इलाकों में बसने वाले लोगों को अनेक लाभ प्राप्त होंगे।