झारखंड में वित्तीय वर्ष 2022-23 में रिकॉर्ड 3,20,294 यूनिट रक्त संग्रह

रांची: हर साल 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा घोषित किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सुरक्षित रक्त उत्पादों की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना और रक्तदाताओं को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करना है। झारखंड में वित्तीय वर्ष 2022-23 में रिकॉर्ड 3,20,294 यूनिट रक्त संग्रह किया गया है, जो राज्य गठन के बाद से अब तक किए गए रक्त संग्रह में सर्वाधिक है।

यह जानकारी झारखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति (जेसेक्स) द्वारा पुष्टि की गई है। जेसेक्स के अनुसार, प्रतिवर्ष राज्य में 3.50 लाख यूनिट (कुल आबादी की 1 फीसदी) खून की जरूरत होती है, लेकिन अब तक राज्य इस लक्ष्य के निकट नहीं पहुंच पाया था। पिछले वर्षों में हर साल 1.5 से 1.75 लाख यूनिट खून संग्रहित हो पाता था। हालांकि, वित्तीय वर्ष 2022-23 में यह संख्या 29706 यूनिट से कम हो गई है।

वर्ष 2020-21 में राज्य में कुल 218154 यूनिट रक्त संग्रह किया गया था, जबकि वर्ष 2021-22 में यह संख्या 257878 और वर्ष 2022-23 में 320294 यूनिट रक्त संग्रह की गई है। रक्तदान के आंकड़े के संदर्भ में, जेसेक्स द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर आदर्श गौरव ने प्रश्न उठाए हैं।

वे पूछते हैं कि इस रिकॉर्ड रक्तदान का मतलब क्या है, क्या यह स्वैच्छिक रक्तदान है? यदि लोग खून की आवश्यकता रखते हैं और वे स्वयं रक्तदान करने के लिए अस्पताल में जाते हैं, तो फिर यह रिकॉर्ड कैसा है? उन्होंने भी पूछा है कि राज्य के निजी अस्पतालों ने साल में कितनी बार रक्तदान शिविर आयोजित किए हैं और इस जानकारी को जेसेक्स को देना चाहिए।

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