रिपोर्टः अफरोज आलम/ न्यूज 22स्कोप
समस्तीपुर: जिले में सदर अस्पताल की व्यवस्था को लेकर आए दिन सवाल उठते रहे हैं, लेकिन इसकी व्यवस्था में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है। ताजा मामला रोसड़ा थाना क्षेत्र के रहुआ गांव की है। जहां देर शाम खेलने के दौरान पानी में डूबने से एक बच्चे की मौत हो गई थी। जिसके बाद स्थानीय पुलिस और परिजन के द्वारा शव को बीती रात पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। लेकिन सदर अस्पताल में डॉक्टर की मनमानी के कारण पिछले 10 घंटों से परिजन पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टर का इंतजार कर रहे हैं।
डॉक्टर पर मनमानी का आरोप
परिजन का कहना है कि रात 9 बजे वह शव लेकर सदर अस्पताल पहुंचे थे। उस वक्त ड्यूटी में तैनात डॉक्टर ने यह कहकर पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया कि रात को पोस्टमार्टम की अनुमति नहीं है। सुबह 7 बजे उस डॉक्टर ने यह कहकर पोस्टमार्टम से इंकार कर दिया। उसे इसकी कोई जानकारी नहीं है। सुबह 8 बजे की शिफ्ट में पहुंचे डॉक्टर ने यह कह कर पोस्टमार्टम से इंकार कर दिया कि यह पिछले डॉक्टर की जिम्मेदारी थी। वंही इस मामले में सदर अस्पताल के हॉस्पिटल मैनेजर मामले की लीपापोती कर जल्द कार्रवाई का भरोसा दे रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि सूबे के सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध कराने का दावा करने वाली सरकार आखिर कब तक समस्तीपुर सदर अस्पताल की व्यवस्था को सुधार पाती है।