Saturday, August 2, 2025

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आरक्षण को लेकर केंद्र व राज्य के खिलाफ RJD का अलग-अलग जिलों में धरना

मुंगेर/मधुबनी/मोतिहारी/नालंदा/आरा/अररिया : देश व संविधान बचाने के साथ-साथ आरक्षण को लेकर राजद पार्टी का राज्य के हर जिलों में धरना प्रदर्शन किया गया। मुंगेर, मधुबनी, नालंदा, आरा, अररिया और मोतिहारी में राजद पार्टी के नेता व कार्यकर्ता ने केंद्री की मोदी सरकार और राज्य की नीतीश सरकार के खिलाफ एकजुट होकर धरना दिया गया। राजद पार्टी का कहना है कि देश व संविधान को बचाने के साथ आरक्षण का अधिकार हम लेकर रहेंगे।

पूर्व प्रत्याशी युवा राजद के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश कुमार विद्यार्थी उर्फ मुकेश यादव ने गुरुवार को 12 बजे के करीब शहीद स्मारक के पास धरनास्थल पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि राजद सुप्रीमो के आह्वान अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति पिछड़ा अति पिछड़ा वर्ग को 65 प्रतिशत आरक्षण के लिए सड़क से लेकर सदन तक लड़ाई लड़ने के लिए राजद कार्यकर्ता तैयार है। प्रधान महासचिव संतोष यादव ने कहा कि देश में पहली बार प्रतिपक्ष के नेता व भावी सीएम तेजस्वी यादव की पहल पर बिहार में जातिगत सर्वेक्षण का कार्य त्वरित गति से करवाया गया। सर्वेक्षण में जातियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को देखते हुआ आरक्षण की सीमा बढाकर 65 फीसदी किया गया। उच्च न्यायालय में जब इस पर रोक लगाई तो राष्ट्रीय जनता दल ने इसकी पुनः समीक्षा के लिया सर्वोच्च न्यायालय में पेटीशन दाखिल किया।

राजद पार्टी का कहना है कि दलित, बहुजन और आदिवासी सामुदायों की हकूक की रक्षा के लिए राजद का नेतृत्व और एक-एक कार्यकर्ता अपनी जान की बाजी लगा देगा। धरनास्थल पर तारापुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अरुण साव, प्रदेश महासचिव प्रमोद यादव, प्रदेश महासचिव पंकज यादव, जिलाध्यक्ष त्रिलोकी नारायण शर्मा, प्रधान महासचिव संतोष यादव, नरेश सिंह यादव, बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष राजेश रमन उर्फ राजू यादव, जमालपुर नगर अध्यक्ष बमबम यादव, पूर्व नगर अध्यक्ष मंटू यादव, जितेंद्र कुशवाहा, आदर्श कुमार राजा,  प्रोफेसर विनय कुमार सुमन, गजेंद्र कुमार हिमांशु, विपिन खिरहरी और बबीता भारती सहित विभिन्न प्रखंड के प्रखंड अध्यक्ष एवं नगर अध्यक्ष एवं भारी संख्या में राजद के कार्यकर्ता मौजूद थे।

65 फीसदी आरक्षण को लेकर राजद का जिला मुख्यालय में धरना

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के द्वारा मधुबनी जिला समाहरनालय के सामने एकदिवसीय धरना का आयोजन किया गया। धरना का मुख्य उद्देश्य है एनडीए के सरकार के द्वारा 65 फीसदी आरक्षण को समाप्त करने की साजिश चल रही है। गरीबों के उत्थान के लिए महागठबंधन की सरकार के द्वारा 65 फीसदी आरक्षण जातीय गणना के उपरांत किया गया था। जिसको एनडीए सरकार घटा करके 50 फीसदी कर दिया। राजद के द्वारा बिहार के सभी जिला मुख्यालय में आज आरक्षण को लेकर धरना दिया गया है। यदि सरकार नहीं मानेगी तो सड़क से सदन तक हम लोग इसके लिए लड़ाई लड़ेंगे।

आरक्षण को लेकर केंद्र व राज्य के खिलाफ RJD का अलग-अलग जिलों में धरना
65 फीसदी आरक्षण को लेकर राजद का जिला मुख्यालय में धरना

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पार्टी नेतृत्व के आदेश पर मोतिहारी में भी राजद नेताओं ने दिया धरना

बिहार में आरक्षण का मुद्दा विपक्ष के लिए राजनितिक हथियार साबित हो रहा है। एक तरफ विधानसभा में विपक्ष के नेता 65 प्रतिशत आरक्षण बढ़ाने के मुद्दे को लेकर सरकार को घेर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर राजद नेता सड़क पर उतर कर धरना दे रहे हैं।
बता दें कि पार्टी नेतृत्व के आदेश पर आज मोतिहारी में भी राजद नेताओं ने धरना दिया। जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय सचिव संतोष जायसवाल, राजद नेता मणि श्रीवास्तव और राजद जिल्ध्यक्ष नूर आलम सहित अन्य नेता मौजूद थे। नेताओं ने कचहरी चौक पर धरना दिया।

आरक्षण को लेकर केंद्र व राज्य के खिलाफ RJD का अलग-अलग जिलों में धरना
पार्टी नेतृत्व के आदेश पर मोतिहारी में भी राजद नेताओं ने दिया धरना

वहीं इस मौके पर प्रदेश से पहुचे राजद के राष्ट्रीय सचिव संतोष जायसवाल ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार जब महागठबंधन के साथ थे तो 65 प्रतिशत आरक्षण लागू किया। लेकिन जब पलटी मारकर बीजेपी के साथ गए तो कोर्ट में सही से अपना पक्ष ही नहीं रखा। जिस कारण से आरक्षण का बढ़ाया हुआ सीमा खत्म हो गया। अब राजद इस मुद्दे जो लेकर जनता के बीच पहुंची है और जबतक मांग पूरी नहीं होती विपक्ष विरोध करता रहेगा।

अनुसूचित जाति, जनजाति, अतिपिछड़ा व पिछड़ा को 65 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर राजद नेताओं ने दिया धरना

अनुसूचित जाति, जनजाति, अतिपिछड़ा और पिछड़ा को 65 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर राजद नेताओं ने अस्पताल चौराहा पर एकदिवसीय धरना दिया। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने आरक्षण के विसंगति को दूर करने की मांग की है। राजद नेता मनोज यादव सुनील साव ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें आरक्षण कोटे को समाप्त करने की कोशिश कर रही हैं, जो कि संविधान विरोधी है।

आरक्षण को लेकर केंद्र व राज्य के खिलाफ RJD का अलग-अलग जिलों में धरना

राजद ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) मध्यकालीन व्यवस्था लागू करना चाहते हैं, जिसमें धर्म के आधार पर वर्गीकरण किया जाएगा और दलितों, बहुजनों और आदिवासियों को निचले पायदान पर रखा जाएगा। राजद ने मांग की है कि बिहार में बढ़ी हुई आरक्षण सीमा को जल्द से जल्द लागू किया जाए और केंद्र सरकार इसे नौवीं अनुसूची में शामिल करे। राजद का कहना है कि वे वंचित लोगों की हक और हकूक की लड़ाई लड़ते रहेंगे।

भोजपुर में RJD की ओर से एकदिवसीय धरना

राजद भोजपुर द्वारा एकदिवसीय धरना अनुसूचित जाति, जनजाति, अतिपिछडा और पिछड़ा को दिया गया 65 फीसदी आरक्षण लागू कराने हेतु जेपी स्मारक रमना मैदान में धरना आहुत हुआ। धरना कार्यक्रम का अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राजद भोजपुर विरबल यादव ने किया। वहीं संचालन प्रधान महासचिव रामबाबू पासवान ने किया। धरना को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष विरबल यादव ने कहा कि जब हमारे नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ सरकार में नीतीश कुमार थे तो जातीय जनगणना कराकर आरक्षण की दायरा 65 फीसदी किया गया। अफसोस की भाजपा के साथ जाते ही नीतिश कुमार की सूझबुझ खत्म हो गई और आरक्षण को समाप्त करने पर तुल गए। बिहार सरकार निश्चित रूप से हमारे महबूब नेता तेजस्वी यादव ने आरक्षण का दायरा बढ़ाने हेतु आज सड़क, सदन पर लड़ते-भिड़ते सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे। निश्चित रूप से न्यायालय पर भरोसा है, आरक्षण का दायरा बढ़ाकर ही हमलोग दम लेंगे।

वहीं पूर्व विधायक आरा सदर अनवर आलम ने कहा कि नीतीश सरकार आरक्षण विरोधी हैं लेकिन हमलोग अपना हक लेकर रहेंगे। हमारे नेता तेजस्वी यादव हमेशा से बहुजन एकता और आरक्षण के रहनुमाई रहे हैं। पूर्व विधायक सरोज यादव ने कहा कि नीतीश-भाजपा सरकार का मंसूबा ही आरक्षण विरोधी रहा है। हमलोग बाबा साहब के मानने वाले हैं। संविधान का दायरा बढ़ेगा और संविधान विरोधी ताकत को परास्त करेंगे। वहीं पूर्व विधायक भाई दिनेश ने कहा कि जब-जब देश में भाजपा की सरकार आई है, आरक्षण और संविधान चरमराई है। हमलोग संविधान को मानने वाले लोग हैं, आरक्षण की दायरा 65 फीसदी लेकर रहेंगे।

आरक्षण को लेकर केंद्र व राज्य के खिलाफ RJD का अलग-अलग जिलों में धरना
भोजपुर में RJD की ओर से एकदिवसीय धरना

वहीं युवा राजद अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार ने कहा कि आरक्षण हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है। इसके साथ बिहार सरकार छेड़छाड़ करेगी तो हम राजद के लोग ईंट से ईंट बजा देंगे। वहीं प्रदेश महासचिव मनोज सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार जब-जब सता में आई है गरीब, शोषित और वंचित का हक खाई है। इस बार हमारे नेता तेजस्वी यादव ने अपने सरकार के द्वारा किए गए आरक्षण सीमा को बढ़ाया था पुन: हमलोग लड़कर आरक्षण 65 फीसदी लेकर रहेंगे। पूर्व जिप अध्यक्ष सह राजद नेता हाकिम प्रसाद ने कहा कि हमारे नेता के ताकत से बिहार सरकार घबराई हुई है। हमारी सरकार ने आरक्षण की दायरा को बढ़ाई थी और पुन: हमलोग 65 फीसदी आरक्षण लेकर रहेंगे। वहीं धरना कार्यक्रम में उपस्थित जिला परिषद भोजपुर अध्यक्ष आशा पासवान, जिप सदस्य धनंजय सिंह, भीम यादव, कपिल देव अकेला, नंदकिशोर सिंह, अजय यादव, प्रधान महासचिव रजनीश यादव, महेश सिंह, राज गौरव टाइगर, शिवकुमार शर्मा, धनजीत राय, तेजू यादव, सिराज अंसारी, भुवनेश्वर यादव, ओमप्रकाश मुन्ना, लालबाबू यादव, अशोक कुमार सिंह, तबरेज आलम, छोटू यादव, सुभाष यादव और श्यामबिहारी चौधरी सहित सैकड़ों राजद कार्यकर्ता उपस्थित हुए।

65 फीसदी आरक्षण को लेकर राजद कार्यकर्ताओं ने दिया धरना

अररिया समाहरणालय परिसर स्थित बने धरनास्थल पर राजद कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा और अतिपिछड़ा वर्ग के लिए 65 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर एकदिवसीय धरना दिया गया। राजद जिलाध्यक्ष मनीष यादव की अध्यक्षता में आयोजित धरना कार्यक्रम में जिले भर के राजद कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया और बिहार में 65 फीसदी आरक्षण व्यवस्था लागू करने की मांग की।

आरक्षण को लेकर केंद्र व राज्य के खिलाफ RJD का अलग-अलग जिलों में धरना
65 फीसदी आरक्षण को लेकर राजद कार्यकर्ताओं ने दिया धरना

राजद की ओर से दिए गए धरना कार्यक्रम में राजद व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रधान महासचिव इंजीनियर आयुष अग्रवाल, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष अविनाश आनंद, प्रदेश महासचिव अरुण यादव, महिला प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष लवली नवाब और कमाले हक सहित जिले के संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजद कार्यकर्ताओं के निशाने पर मुख्य रूप से बिहार के मुख्यमंत्री और बिहार सरकार रहे। वक्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के साथ गठबंधन कर अपनी सोच को पहले ही प्रदर्शित कर चुके हैं। वे भाजपा नेताओं के इशारे पर आरक्षण व्यवस्था को पहले कम और फिर समाप्त करने की चाल चल रहे हैं। राजद के नेताओं ने बिहार में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के लिए 65 फीसदी आरक्षण व्यवस्था लागू करने की मांग की।

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कुमार मिथुन, सोहराब आलम, राजा कुमार, नेहा गुप्ता, मंटू भगत और अमर कुमार की रिपोर्ट

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