RSS Hammers BJP : चुनाव परिणाम पर संघ की सधी हुई खरीखोटी पर भाजपा चुप

RSS Hammers BJP आम चुनाव 2024 के परिणाम सामने आने के बाद संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से लेकर आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार तक ने भाजपा पर निशाना साधा है।

डिजीटल डेस्क : RSS Hammers BJP : चुनाव परिणाम पर संघ की सधी हुई खरीखोटी पर भाजपा चुप। जी हां, यही सच्चाई है। आम चुनाव 2024 के परिणाम सामने आने के बाद संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत से लेकर आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार तक ने भाजपा पर निशाना साधा है। इस क्रम में संघ पदाधिकारियों द्वारा सुनाई जा रही खरीखोटी एकदम सधी हुई और बोले जा रहे शब्द भी इतने नपे-तुले हैं कि जिम्मेदारों को आइना दिख जाय।

इस जुबानी नसीहतों में अंदाज लताड़ने वाला तो नहीं है लेकिन झिंझोड़ने वाला अवश्य है और वह भी संगठन में ऊपर से नीचे तक के जिम्मेदारों को सीधे तौर पर। भाजपा के जिम्मेदार चुप हैं तो वजह सिर्फ यह कि वे जमीनी हकीकत जानते हैं। जिस संगठन के बूते सत्ता के कंगूरे पर मौजूदा भाजपा के कर्णधार विराजित हैं, उसकी जमीन संघ ने ही तैयार की और भाजपा रूपी संगठन को पुष्पित और पल्लवित भी उसी ने किया है।

इसलिए अब भाजपा में फैली बेतरतीबी भी सुधारने में भी वह अहम रोल में है और उसी का नतीजा है कि संघ के इस तेवर पर वे भाजपा नेता भी मौन हैं जिनके सामने प्रतिपक्षियों को सांप सूंघ जाता है। पूरे मामले में यही बिंदु सबसे गौर करने वाला है। RSS Hammers BJP RSS Hammers BJP RSS Hammers BJP RSS Hammers BJP

इंद्रेश कुमार का करारा हमला- प्रभु राम ने सबसे ब़ड़ी पार्टी बनाया लेकिन पूरा हक नहीं दिया

आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने इशारों-इशारों में भाजपा को अहंकारी बता दिया। उन्होंने आगे कहा कि प्रभु राम सभी के साथ न्याय करते हैं। उनका न्याय बहुत विचित्र है, जो 2024 के चुनाव में भी दिखा। जिन लोगों ने राम की भक्ति की, लेकिन उनमें अहंकार आ गया तो उनको प्रभु ने सबसे बड़ी पार्टी तो बनाया लेकिन वो शक्ति और पूरा हक नहीं दिया जो मिलना चाहिए था। ये सब अहंकार के कारण हुआ। RSS Hammers BJP

लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने अबकी बार 400 पार का नारा दिया था। भाजपा को उम्मीद थी कि इस चुनाव में एनडीए गठबंधन 400 से ज्यादा सीटें जीतेगी। हालांकि, चुनाव परिणाम सामने आने के बाद एनडीए को 293 सीटें ही मिल सकी। वहीं, भाजपा अपने दम पर बहुमत लाने में नाकामयाब रही। पार्टी को 240 सीटें मिलीं।

इंद्रेश कुमार ने भाजपा के साथ आईएनडीआईए को भी लिया आड़े हाथ

इंद्रेश कुमार का यह बयान जयपुर के पास कानोता में आयोजित ‘रामरथ अयोध्या यात्रा दर्शन पूजन समारोह’ में एक भाषण के दौरान आया। उन्होंने किसी पार्टी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इशारों-इशारों में सब कुछ कह दिया। इंद्रेश कुमार ने आगे कहा कि भगवान राम किसी से भी भेदभाव नहीं करते और न ही किसी को दंडित करते हैं। राम सभी के साथ न्याय करते हैं, क्योंकि वो न्यायप्रिय हैं। प्रभु राम का न्याय बहुत विचित्र है, जो 2024 के चुनाव में भी दिखा।

जिन लोगों ने राम का विरोध किया उन्हें भी प्रभु ने सबक सिखाया। किसी को शक्ति नहीं मिली, चाहे सब मिलकर लड़े लेकिन वो एक नंबर नहीं बने और 2 पर ही अटक गए। यही प्रभु का न्याय है, जो बहुत विचित्र और आनंददायक है।

रतन शारदा बोले – यह चुनाव परिणाम भाजपा के लिए एक रियलिटी चेक

इसी तरह आरएसएस के सदस्य रतन शारदा ने संघ के मुखपत्र में एक लेख लिखा है जिसमें उन्होंने बताया कि क्यों लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन खराब रहा। उन्होंने दावा किया कि भाजपा पार्टी के कार्यकर्ता जनता की आवाज सुनने की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैन फॉलोइंग की चमक का आनंद ले रहे थे। रतन शारदा ने आगे लिखा कि भाजपा के नेता चुनावी सहयोग के लिए ‘स्वयंसेवकों’ तक नहीं पहुंचे। भाजपा ने उन कार्यकर्ताओं को तवज्जो नहीं दी जो जमीन पर काम कर रहे थे।

वहीं, पार्टी ने उन कार्यकर्ताओं पर भरोसा जताया जो ‘सेल्फी’ के सहारे प्रचार कर रहे थे। आरएसएस मेंबर रतन शारदा ने लेख में आगे लिखा,”यह चुनाव परिणाम भाजपा के लिए एक ‘रियलिटी चेक’ है।” उन्होंने यह भी लिखा कि भाजपा ने महाराष्ट्र की राजनीति में जरूरत से ज्यादा सक्रियता दिखाई। वहीं, भाजपा का एनसीपी और शिवसेना दलों को साथ हाथ मिलाना कई पार्टी कार्यकर्ताओं को नगवार गुजरा, जिसका बुरा असर चुनाव पर पड़ा।

मोहन भागवत ने की टिप्पणी तो कद्दावर कैबिनेट मंत्रियों ने भी साधा मौन

चुनाव परिणाम सामने आने के बाद संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सबसे पहले भाजपा को आड़े हाथ लिया और आइना दिखाया था। उनके तेवर से भाजपा नेता अंदर तक हिल गए और तमाम जिम्मेदार पार्टी पदाधिकारी चाहकर भी कोई टिप्पणी न करते हुए चुप रहे। इनमें लगातार तीसरी बार बनी पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के कद्दावर माने जाने वाले कैबिनेट मंत्री भी शामिल हैं। सरसंघचालक ने अपनी टिप्पणी में मणिपुर में फैले अशांति का जिक्र किया और उन्हीं बिंदुओं को उठाया जिन्हें चुनाव के दौरान और पूर्व प्रतिपक्षी दल उठाते हुए भाजपा की अगुवाई वाले केंद्र सरकार को घेर रहे थे।

मोहन भागवत ने सधे हुए लहजे में चुनाव परिणाम आने के बाद कहा था कि संघर्ष से जूझ रहे मणिपुर राज्य की स्थिति पर प्राथमिकता से विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा था, ‘मणिपुर पिछले एक साल से शांति का इंतजार कर रहा है। राज्य में 10 साल पहले शांति थी। ऐसा मालूम पड़ता था कि वहां बंदूक संस्कृति खत्म हो गई है, लेकिन राज्य में अचानक हिंसा देखी गई’। RSS Hammers BJP RSS Hammers BJP RSS Hammers BJP 

सरसंघचालक मोहन भागवत चुनाव परिणामों के आने के बाद भाजपा को ली गई तल्ख टिप्पणी के बाद अचानक यूपी के गोरखपुर में पांच दिवसीय प्रवास कार्यक्रम पर गत बुधवार को ही पहुंच गए। गोरखपुर में कार्यकर्ता विकास वर्ग में हिस्सा लेने के अतिरिक्त उनका गोरखपुर में कोई अन्य कार्यक्रम नहीं है लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात होनी तय है।
फाइल फोटो
RSS Hammers BJP : पांच दिवसीय पर मोहन भागवत ने गोरखपुर में डाला डेरा, भाजपा में हलचल

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत चुनाव परिणामों के आने के बाद भाजपा को ली गई तल्ख टिप्पणी के बाद अचानक यूपी के गोरखपुर में पांच दिवसीय प्रवास कार्यक्रम पर गत बुधवार को ही पहुंच गए। गोरखपुर में कार्यकर्ता विकास वर्ग में हिस्सा लेने के अतिरिक्त उनका गोरखपुर में कोई अन्य कार्यक्रम नहीं है लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात होनी तय है। RSS Hammers BJP RSS Hammers BJP

उसी जानकारी के छनकर सामने आने के बाद से भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में हलचल का दौर है क्योंकि चुनाव परिणाम के आने बाद सीएम योगी आदित्यनाथ का हावभाव उतना प्रफुल्लित कत्तई नजर नहीं आया, जितना की लगातार तीसरी बार केंद्र में एनडीए की सरकार बनने पर अन्य भाजपा नेताओं का है। पुरानी संसद के हाल में एनडीए घटक दलों की मीटिंग के दौरान से लेकर शपथ ग्रहण समारोह और उसके बाद यूपी में कैबिनेट की बैठक सीएम योगी पहले की अपेक्षा ज्यादा गंभीर मुद्रा में ही दिखे हैं।

कयास है कि गोरखपुर में सरसंघचालक के प्रवास के दौरान सीएम योगी उनसे मिलेंगे तो भावी सियासत के लिए संगठन और सरकार के कामकाज पर भी स्वाभाविक तौर पर चर्चा होगी।

सरसंघचालक ने स्वयंसेवकों को दिलाई कार्यक्षमता की याद

सरसंघचालक मोहन भागवत पांच दिन के प्रवास पर 16 जून गोरखपुर में रहेंगे। 17 जून की सुबह वह गोरखपुर से रवाना हो जाएंगे। एसवीएम पब्लिक स्कूल चिऊंटहा में 3 जून से चल रहे कार्यकर्ता विकास वर्ग में हिस्सा लेने के लिए बुधवार की शाम गोरखपुर पहुंचे संघ प्रमुख का गुरुवार को बौद्धिक हुआ। अपने बौद्धिक में उन्होंने स्वयंसेवकों को उनकी कार्यक्षमता याद दिलाकर संघ के लिए उपयोगी बनने का मंत्र दिया।

संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवकों से मोहन भागवत ने कहा कि वह संघ के विस्तार की चिंता करें। संघ से कैसे जन-जन को जोड़ना है, इसके लिए अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। शहर की गली-मोहल्लों तक तो इसके लिए पहुंचे ही, गांव-गांव तक अपनी पहुंच सुनिश्चित करें। सभी प्रशिक्षित स्वयंसेवक हैं और संघ की रीति-नीति को अच्छी तरह से समझते हैं। जरूरत केवल संघ के उद्देश्यों को ध्यान में रखकर विस्तार के लिए सक्रिय होने की है।

संघ का उद्देश्य राष्ट्र व समाज का उत्थान व सुरक्षा है, इस दिशा में पूरी ईमानदारी से काम करें। राष्ट्र व समाज के विकास पर जोर दें। संघ प्रमुख ने कहा कि संगठन की कार्ययोजनाओं के क्रियान्वयन के प्रति प्रतिबद्धता हर स्वयंसेवक में दिखनी चाहिए। यही स्वयंसेवकों की पहचान और ताकत है।

मोहन भागवत बोले – संघ की सकारात्मक छवि बनाने की जिम्मेदारी स्वयंसेवकों की 

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की समाजसेवा को लेकर समाज में जो बेहतर छवि बनी है, उसमें निरंतरता बनाए रखने की जरूरत है। संघ का विस्तार करने के लिए स्वयं सेवक अपनी भूमिका का विस्तार करें। संघ की समाज में सकारात्मक छवि बने इसकी जिम्मेदारी सभी स्वयंसेवकों की संघ का हर कार्यकर्ता समाज में अपनी भूमिका को अदा करे।

समाज में बेहतरी की तरफ बदलाव हो यह हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। संघ प्रमुख ने कहा कि संघ की स्थापना को 100 वर्ष पूरे होने वाले हैं। इस लंबे सफर में संघ ने कई चुनौतियों का सामना करते हुए समाज के विभिन्न वर्गों की बेहतरी के लिए काम किये हैं। इस छवि और काम की पहचान को आगे बढ़ाते हुए निरंतरता बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संघ समाज में सेवा, संपर्क और प्रचार के माध्यम से लगातार सभी वर्गों के बीच राष्ट्रीय विचारों का आदान-प्रदान कर रहा है।

संघ प्रमुख ने कहा कि संघ के शिविरों में जो लोग प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं वह समाज के लिए कैसे उपयोगी हों, इसकी चिंता हमें करनी होगी। समाज में विभिन्न चुनौतियों का संघ ने सामना किया है। सकारात्मक छवि बनाने के लिए हमें समाज हित में निरंतर कार्य करना होगा। प्रशिक्षणार्थियों को संघ कार्य के लिए अधिक से अधिक समय देने की बात कही।

इस दौरान संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों को संगठन की आगामी कार्ययोजनाओं से भी अवगत कराया और उनके क्रियान्वयन की योजना बताई। विकास वर्ग में हुए संघ प्रमुख के बौद्धिक के दौरान काशी, अवध, कानपुर प्रांत के वरिष्ठ स्वयंसेवकों के अलावा क्षेत्र प्रचारक अनिल, गोरक्ष प्रांत के प्रचारक रमेश और क्षेत्र कार्यवाह वीरेंद्र जायसवाल आदि मौजूद रहे।

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