डिजिटल डेस्क: ब्रिटीश PM से मिले एस. जयशंकर। ब्रिटेन दौरे पर भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने वहां के PM से मुलाकात की है। विदेश मंत्री एस जयशंकर द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ावा देने के लिए मंगलवार से ब्रिटेन और आयरलैंड की छह दिवसीय यात्रा पर हैं। जयशंकर सबसे पहले लंदन पहुंचे। विदेश मंत्री जयशंकर ने PM कीर स्टार्मर, विदेश सचिव डेविड लैमी से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर चर्चा की।
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दो नए वाणिज्य दूतावास का होगा शुभारंभ
विदेश मंत्री एस. जयशंकर इस सप्ताह बेलफास्ट और मैनचेस्टर में भारत के दो नए वाणिज्य दूतावासों का शुभारंभ करेंगे। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने कहा, बेलफास्ट और मैनचेस्टर में नए भारतीय वाणिज्य दूतावास हमारे लोगों के बीच बढ़ते संबंधों को दर्शाते हैं और यह दिखाते हैं कि हम केवल लंदन में ही नहीं, बल्कि पूरे ब्रिटेन में विकास को कैसे बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा, भारत की राजनयिक मौजूदगी का यह विस्तार हमारे व्यापारिक संबंधों को और बढ़ावा देगा ब्रिटेन में भारतीय समुदाय का समर्थन करेगा।
यूक्रेन संघर्ष पर भी ब्रिटेन से हुई भारत की वार्ता…
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा – ‘यूके के PM ने विदेश मंत्री के साथ यूक्रेन संघर्ष पर भी अपने विचार साझा किए।’ विदेश मंत्री ने यूके के विदेश सचिव डेविड लैमी और अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात की।
भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी
विदेश मंत्रालय ने यात्रा-पूर्व बयान में कहा कि जयशंकर की यात्रा से दोनों देशों के साथ भारत के मैत्रीपूर्ण संबंध नए सिरे से स्थापित होंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी है, जो रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, शिक्षा, लोगों के बीच आपसी संबंधों सहित विविध क्षेत्रों में मजबूत हुई है।
विदेश मंत्री का अपने ब्रिटिश समकक्ष, विदेश सचिव डेविड लैमी के साथ बंद कमरे में होने वाली उनकी चर्चा का फोकस हाल ही में पुन: शुरू की गई भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता, व्यापक विदेश नीति और सुरक्षा मुद्दों पर होगा।
जानकारों की मानें तो इस दौरान भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा होने की उम्मीद है। पिछले महीने के अंत में भारत और ब्रिटेन ने ब्रिटिश व्यापार सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स की नई दिल्ली यात्रा के दौरान प्रस्तावित सौदे पर बातचीत फिर से शुरू की थी।