पेटरवार : सोमवार को पेटरवार के दारिद इलाके में एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) और जिला प्रशासन की टीम द्वारा आनंद मार्ग स्कूल को तोड़ने की कार्रवाई के विरोध में साध्वी अवधूतिकानंद हितवाहिनी आचार्या ने आत्मदाह की कोशिश की। जानकारी के अनुसार, साध्वी ने किचन में जाकर गैस जलाकर खुद को आग लगा ली। आग लगने के बाद तुरंत इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पेटरवार ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
साध्वी के आत्मदाह की घटना के बाद मौके पर अंचलाधिकारी अशोक राम, अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार, और स्थानीय थाना प्रभारी भी पहुंचे। उन्होंने मामले को शांत करने की कोशिश की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आनंद मार्ग ट्रस्ट के सदस्य भी मौके पर पहुंचे और मुआवजे समेत अन्य मांगों को लेकर हंगामा किया।
इस घटना का संदर्भ राष्ट्रीय राजमार्गों के तहत गोला से जैनामोड़ तक फोरलेन सड़क के निर्माण से जुड़ा है। एनएचएआई ने सड़क निर्माण के लिए अधिग्रहित जमीन से आनंद मार्ग स्कूल को हटाने की प्रक्रिया शुरू की थी। स्कूल के संचालकों के अनुसार, जमीन का मामला अभी उच्च न्यायालय में लंबित है और मुआवजे का भुगतान भी नहीं हुआ है।
साध्वी अवधूतिकानंद पिछले 34 वर्षों से इस स्कूल को चला रही थीं, जिसमें 70-80 बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। जमीन के लिए 4.20 करोड़ रुपये मुआवजा मिलने की उम्मीद है। हालांकि, मुआवजा भुगतान में देरी के कारण मामला अदालत में फंसा हुआ है।
अधिकारी बताते हैं कि पिछले दो वर्षों से कोर्ट में मामला चल रहा है और प्रशासन मुआवजे का भुगतान सुनिश्चित करने के प्रयास कर रहा है। इस बीच, जमीन के मालिकाना हक को लेकर विवाद भी चल रहा है, जिससे मामला और पेचिदा हो गया है।