रांची/पटना/धनबाद: सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के रांची शाखा में हुए 135 करोड़ 64 लाख रुपये के निवेश घोटाले में झारखंड सीआईडी को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सीआईडी की टीम ने सोमवार को बिहार के पटना जिले के बाढ़ से इस घोटाले के मुख्य आरोपी और तत्कालीन जोनल मैनेजर संजीव कुमार को गिरफ्तार कर लिया।
संजीव कुमार, जिनके पिता का नाम स्व. राम नरेश सिंह है, को सीआईडी ने पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। गिरफ्तारी के दौरान तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं, जिनसे घोटाले से जुड़े कई सुराग मिलने की उम्मीद है।
धनबाद निवासी ने दर्ज कराई थी प्राथमिकी
इस मामले में धनबाद जिले के मैथन निवासी नागेंद्र कुमार कुशवाहा, जो भारत कोकिंग कोल लिमिटेड में टेलीफोन ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं, ने 28 नवंबर 2024 को सीआईडी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि उन्होंने और उनकी पत्नी लक्ष्मी कुशवाहा ने वर्ष 2008 से 2021 तक सहारा इंडिया में रेकरिंग और फिक्स्ड डिपॉजिट के जरिए करीब 10 लाख रुपये निवेश किए थे।
प्रभावित निवेशकों के अनुसार, जमा राशि की मूलधन और ब्याज मिलाकर एक करोड़ 30 लाख रुपये का भुगतान सहारा इंडिया को करना था, लेकिन मियाद पूरी होने के बाद भी भुगतान नहीं किया गया। शिकायतकर्ता दंपती ने भुगतान के लिए सहारा के चिरकुंडा स्थित सेक्टर कार्यालय, धनबाद रीजनल कार्यालय, बोकारो और रांची जोनल कार्यालय के चक्कर लगाए, लेकिन सभी पदाधिकारी कार्यालय छोड़कर फरार हो गए।
सहारा पोर्टल पर क्लेम रिजेक्ट
अगस्त 2023 में सहारा इंडिया द्वारा बनाए गए “सेंट्रल कोऑपरेटिव सहारा रिफंड पोर्टल” पर जब पीड़ित दंपती ने क्लेम किया, तो उसे रिजेक्ट कर दिया गया। इसके बाद पूरे मामले की सीआईडी जांच शुरू हुई और अब जाकर संजीव कुमार की गिरफ्तारी हुई है।
छापेमारी दल में सीआईडी के इंस्पेक्टर कामेश्वर कुमार, एसआई नवीन कुमार समेत अन्य अधिकारी शामिल थे। सीआईडी की टीम अब घोटाले में शामिल अन्य सहयोगियों की तलाश में है।
यह मामला देशभर के सहारा निवेशकों के लिए एक मिसाल हो सकता है, जो वर्षों से अपने पैसों की वापसी की राह देख रहे हैं।
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