डिजीटल डेस्क : Samajwadi Party MP – अफजाल अंसारी पर FIR, ‘बाबाजी की बूटी’ के लपेटे में फंसे। Samajwadi Party MP अफजाल अंसारी के लिए हाल में उनकी ओर से गांजा पर दिया बयान उनके लिए परेशान का कारण बन गया है।
उस बयान का साधु समाज ने मुखर विरोध किया है। इस बीच इसी बयान के बाबत अब उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद के सदर कोतवाली में Samajwadi Party MP अफजाल अंसारी के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है।
Samajwadi Party MP अफजाल अंसारी ने कहा था कि गांजा को साधु-संत भगवान की बूटी और प्रसाद मानकर पी जाते हैं। अफजाल अंसारी ने गांजा को कानूनी वैधता देने की बात कही थी। उनका इस संबंधी बयान सोशल मीडिया में तेजी से वायरल भी हुआ था।
Samajwadi Party MP पर चौकी प्रभारी की तहरीर पर दर्ज हुई FIR
राजकुमार शुक्ला की तहरीर के आधार पर सदर कोतवाली में Samajwadi Party MP अफजाल अंसारी के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। तहरीर में अफजाल अंसारी की ओर से मीडिया में दिए गए गांजा को लेकर के बयान का जिक्र है।
तहरीर में यह भी लिखा गया है कि साधु समाज अफजाल अंसारी के गांजा को लेकर दिए बयान से आहत है और इसका विरोध कर रहा है। तहरीर के अनुसार Samajwadi Party MP के इस बयान के वायरल वीडियो के कारण साधु समाज ने सोशल मीडिया पर अपनी रोष प्रकट किया जा रहा है।
तहरीर में लिखा है कि Samajwadi Party MP का यह वक्तव्य अन्तर्गत धारा 353(3) बीएनएस के तहत दण्डनीय अपराध है। इस मामले में सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।


गाजा पर Samajwadi Party MP अफजाल अंसारी का वह बयान जो FIR की वजह बना…
समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी ने हाल ही में मीडिया से बातचीत में कहा था कि गांजा को कानून का दर्जा देकर वैध कर दिया जाना चाहिए।
सांसद अंसारी ने इसी क्रम में आगे कहा था कि – ‘…लेकिन कानून का इतना बड़ा माखौल क्यों उड़ाया जा रहा है। लाखों करोड़ों लोग खुलेआम गांजा पीते हैं। पूरी महफिल लगाकर गांजा पीते हैं। बड़े-बड़े धार्मिक आयोजनों में लोग गांजा पीते हैं। उसे भगवान का प्रसाद और बूटी कहकर पीते हैं।
अगर भगवान का प्रसाद और बूटी है तो गांजा अवैध क्यों है ? इस मसले पर सरकार की ओर से दोहरी नीति अपनाई जा रही है। अगर गांजा भगवान का प्रसाद है और भगवान की बूटी है तो उसे कानून में मान्यता दी जाए।
गांजा का तो लाइसेन्स नहीं है। लेकिन, कुम्भ में भी एकाध मालगाड़ी भी अगर चली जाएगी गांजा की तो वह भी वहां खत्म हो जाएगी। बहुत सारे साधू, संत, महात्मा समाज के लोग गांजा को बड़ा शौक से पीते हैं। कहते हैं कि पीने से भूख भी लगती है। स्वास्थ्य के लिए भी पीते हैं’।
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