Hazaribagh: जिले में छात्रों ने एक बार फिर लंबित छात्रवृत्ति भुगतान को लेकर आवाज बुलंद की। छात्रवृत्ति अधिकार मंच के नेतृत्व में मंगलवार को हजारों छात्र-छात्राओं ने आक्रोश रैली निकाली। रैली निर्मल महतो पार्क से शुरू होकर नए समाहरणालय परिसर तक पहुंची। इस दौरान छात्रों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाए और जल्द छात्रवृत्ति जारी करने की मांग की।
रैली में शामिल छात्रों के हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर लिखा था— “छात्रवृत्ति हमारा अधिकार है”, “पढ़ाई के लिए पैसा दो”, “सरकार जागो, छात्र जग गए”। कई छात्रों का कहना था कि महीनों से छात्रवृत्ति की प्रतीक्षा में उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
आर्थिक संकट में छात्र, फीस और फॉर्म भरना हुआ मुश्किलः
प्रदर्शन में भाग लेने वाली कई छात्राओं ने बताया कि छात्रवृत्ति न मिलने से कॉलेज फीस, कोचिंग, किताबों और ऑनलाइन फॉर्म भरने जैसे आवश्यक खर्च पूरे करना मुश्किल हो गया है। एक छात्र ने कहा कि कॉलेज जाने के लिए किराया देना भी मुश्किल हो गया है। अगर छात्रवृत्ति नहीं मिली तो कई लोग पढ़ाई छोड़ने पर मजबूर हो जाएंगे।
सरकार पर आरोप – न छात्रवृत्ति, न रोजगारः
आंदोलनकारी छात्रों ने आरोप लगाया कि सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि एक ओर छात्रवृत्ति जारी नहीं की जा रही है, वहीं दूसरी ओर रोजगार के अवसरों की भी घोषणा नहीं हो रही। छात्रों का कहना है कि वे लगातार आवेदन जमा कर रहे हैं, परंतु प्रक्रिया में देरी और तकनीकी खामियों के कारण भुगतान नहीं हो रहा।
मांगे पूरी नहीं हुई तो आंदोलन होगा तेजः
छात्र नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द भुगतान प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो आंदोलन को व्यापक रूप दिया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि अगला चरण रांची स्थित कल्याण विभाग कार्यालय के घेराव के रूप में होगा। प्रदर्शन में मौजूद छात्रवृत्ति अधिकार मंच के संयोजक ने कहा कि यह सिर्फ पैसा नहीं, हमारा शिक्षा का अधिकार है। सरकार को छात्रों की समस्या समझनी होगी, वरना बड़ा आंदोलन होगा।
आंदोलन को मिला अभिभावकों और सामाजिक संगठनों का समर्थनः
रैली के दौरान कई सामाजिक संगठनों और अभिभावकों ने भी छात्रों का समर्थन किया। उनका कहना है कि आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए छात्रवृत्ति पढ़ाई जारी रखने का एकमात्र साधन है।
रिपोर्टः शशांक शेखर
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