डिजिटल डेस्क। Shocking : किशोरी का 4 साल में 64 लोगों ने किया यौन शोषण, 5 गिरफ्तार। चौंकाने एवं स्तब्ध करने वाला यह वाकया केरल में सामने आया है। रोंगटे खड़े करने वाले और दिल दहला देने वाले इस मामले में पीड़िता गंभीर ट्रॉमा की स्थिति में है। उसे अपने पास आने वाला हर पुरुष दरिंदगी की नीयत वाला महसूस होता है।
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पुलिस की महिला काउंसिलिंग टीम ने पीड़ित किशोरी को काफी प्रयास के बाद भरोसे में ले पाई और फिर जब उसने अपनी आपबीती सुनाई तो केरल पुलिस ने केस दर्ज करते हुए 5 लोगों को सलाखों के पीछे भेजा है। इसी किशोरी से यौन शोषण के मामले में एक अन्य आरोपी पहले से ही दूसरे मामले में जेल में बंद है।
13 साल की उम्र में पीड़िता के सहपाठी ने किया यौन शोषण
पुलिस की काउंसिलिंग टीम को पीड़ित ने रोंगटे खड़ी कर देने वाली अपनी आपबीती सुनाने के क्रम में बताया कि वह परिचित पुरुषों के दरिंदगी का शिकार होना उस समय से ही होने लगी जब उसकी उम्र केवल 13 साल थी। अब 2 माह पहले इसकी उम्र 18 साल की हो गई है। पीड़िता के साथ पहली बार यौन शोषण 2019 में हुआ था, जब वह महज 13 साल की थी।
तब पीड़िता के साथ स्कूल में पढ़ने वाले एक दोस्त ने उसका यौन शोषण किया। बाद में उसने अपने दूसरे दोस्तों को बुलाकर बच्ची के साथ गलत हरकत करवाई। फिर पीड़िता स्पोर्ट्स में गई तो यहां दूसरे साथियों ने उसका यौन शोषण किया। सबसे दर्दनाक पहलू यह रहा कि उसके कोच और ट्रेनर तक ने उसे नहीं छोड़ा। उसके रिश्तेदारों ने भी उसे नोचा।

अपने साथ दरिंदगी करने वाले 40 आरोपियों के मोबाइल नंबर पीड़िता ने पुलिस को मुहैया कराए…
मामले की जांच में जुटी केरल के पथानामथिट्टा जिले की पुलिस की ओर साझा किए गए इस जानकारी में कई रोचक तथ्य सामने आए हैं। पथानामथिट्टा जिला पुलिस प्रमुख जांच की निगरानी के क्रम में पूरी गोपनीयता बरतते हुए आरोपियों को दबोचने में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि पीड़िता के पास निजी मोबाइल फोन नहीं है और वह अपने पिता का मोबाइल फोन इस्तेमाल करती थी।
पीड़िता के पास रहने वाले उसके पिता के ही मोबाइल पर करीब 40 उन लोगों के नंबर पीड़िता ने सेव कर रखे थे, जिन्होंने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था। बताया गया कि अधिकांश आरोपी कोच, सहपाठी और स्थानीय निवासी हैं। पथानामथिट्टा जिले के विभिन्न पुलिस थानों में पोक्सो अधिनियम सहित अन्य मामलों में मामले दर्ज किए गए हैं
। पता चला है कि स्पोर्ट्स एक्टिविटी में भाग लेने के क्रम में पीड़िता के साथ पथानामथिट्टा में कई जगहों पर दुर्व्यवहार किया गया, जिसमें खेल शिविर भी शामिल हैं।

4 सालों से यौन शोषण का शिकार हो रही पीड़िता की व्यथा पुलिस तक पहुंचने की कथा…
बताया जा रहा है कि सरकारी प्रावधानों के अनुरूप स्कूलों में होने वाले काउंसिलिंग के दौरान के यह किस्सा संज्ञान में आया। पीड़िताने पहली बार स्कूल काउंसलिंग सत्र में अपने साथ हुए यौन शोषण के बारे में बताया। फिर काउंसिलिंग करने वाले बाल कल्याण समिति के परामर्शदाताओं ने तत्काल पुलिस से संपर्क किया तो पुलिस ने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए केस दर्ज किया।
पथानामथिट्टा पुलिस प्रमुख ने घटनाओं की जांच के लिए एक विशेष दल का गठन किया। इस मामले में बीते शुक्रवार की रात को 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार लोगों की पहचान सुबिन (24) एस. संदीप (30), वीके विनीत (30) के आनंदु (21) और श्रीनी उर्फ एस. सुधी श्रीनी (24) के रूप में हुई है। सभी आरोपी चेन्नीरकारा के मूल निवासी हैं।

केरल पुलिस तक पीड़ित किशोरी की व्यथा पहुंचाने वाली बाल कल्याण समिति का बयान…
इस दहला देने वाले यौन शोषण के अपराध की जानकारी केरल पुलिस तक पहुंचाने वाले वाले पथानामथिट्टा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव एन. ने बताया कि पीड़ित गहरे ट्रॉमा या यूं कह लें कि सदमे की दौर से गुजर रही थी। स्कूल में काउंसिलिंग में हुई मुलाकात के बाद समिति के सदस्यों ने उसकी देर तक काउंसिलिंग की तो वह जैसे ही तनिक सामान्य हुई तो पूरा किस्सा किश्तों में सामने आया।

राजीव एन. के अनुसार, ‘चूंकि हमें एहसास हुआ कि यह एक असामान्य मामला था, इसलिए हमने एसपी को सूचित किया और उनसे जांच की निगरानी करने को कहा। इसकी वजहें भी थीं। … इस पीड़िता ने जिस पर भरोसा करके अपना दर्द बताया, उसने ही उसका फायदा उठाया। वह इस कदर टूट गई कि हर किसी पर से उसका विश्वास टूट गया।
…हर आदमी को देखकर उसे लगने लगा कि वह उसके साथ दरिंदगी ही करेगा। किसी का रेप होता है या यौन शोषण होता है तो उसकी पूरी जिंदगी ट्रॉमा में रहती है। पीड़िता उस एक शख्स के चेहरे को भुलाने की कोशिश करती है लेकिन ताउम्र उसे भुला नहीं पाती। यौन शोषण का दर्द जिंदगी भर पीड़िता को टीसता है। लेकिन इस पीड़िता के साथ जो हुआ वह रोंगटे खड़ा कर देने वाला है।’