Patna- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बिहार में जारी यूरिया की किल्लत को कालाबाजारी का परिणाम बतलाया है.
संजय जायसवाल ने कहा है कि यूरिया की कालाबाजारी कृषि पदाधिकारी और
फर्टिलाइजर व्यवसायियों के गठजोड़ का परिणाम है.
इन दोनों के द्वारा यूरिया की कृत्रिम किल्ल्त दिखलाई जा रही है.
जबकि बिहार में यूरिया की कोई वास्तविक किल्लत नहीं है.
कालाबाजारी के परेशान हैं किसान
संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में यूरिया की जरूरत 8.34 मैट्रिक टन की है.
इसके विरुद्ध केन्द्र सरकार के द्वारा बिहार को 8.77 मैट्रिक टन यूरिया मुहैया कराया गया है.
केंद्र सरकार यूरिया की खरीद में 1500 सौ की सबसिडी दी जाती है.
यही कारण है कि फर्टिलाइजर विक्रेताओं और
कृषि पदाधिकारियों के द्वारा इसकी कालाबाजारी की जाती है.
यूरिया की किल्लत – सीएम नीतीश के निर्देश पर होता है सारा खेल
संजय जायसवाल ने कहा कि सारे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी है,
उनकी सहमति से सारा खेल होता है,
भाजपा कोटे के मंत्री जनक राम के समय भी बालू में गड़बड़ी का सारा खेल मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही हुआ था.
बालू से जुड़ा पूरा काम निगम बनाकर अधिकारियों को सौंप दिया गया था.
संजय जायसवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार से यूरिया की कालाबाजारी की जांच करवाने का आग्रह भी किया.