रांची : अब दलबदल की तलवार – कैश कांड में शामिल झारखंड कांग्रेस के तीन
विधायकों इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी
और राजेश कच्छप पर दलबदल कानून के तहत कार्रवाई हो सकती है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने स्पीकर के ट्रिब्यूनल में तीनों विधायकों की शिकायत की है.
इसके बाद स्पीकर ट्रिब्यूनल ने तीनों विधायकों को नोटिस जारी किया है.
इन्हे एक सितंबर को अपना पक्ष रखना है.
पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के हावड़ा में गाड़ी के करीब अड़तालीस लाख रुपये कैश
मिलने के बाद तीनों निधायकों को गिरफ्तार कर लिया गया था.
इसके बाद पार्टी ने तीनों विधायकों को निलंबित कर दिया था.
तीनों आरोपी विधायकों को 1 सितंबर को पक्ष रखने का निर्देश दिया है.
कांग्रेस की शिकायत पर स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने कोलकाता में रह रहे तीनों विधायकों को नोटिस जारी की है.
स्पीकर ने अपने अधिवक्ता या मेल के माध्यम से जवाब विधानसभा को भेजने का निर्देश दिया है.
अब दलबदल की तलवार
पार्टी विधायक भूषण बाड़ा, शिल्पी नेता तिर्की और अनूप सिंह की शिकायत पर
पार्टी विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने तीनों विधायकों पर पार्टी विरोधी होने के कारण
दलबदल मामला चलाने का आग्रह स्पीकर रवींद्रनाथ महतो से किया है.
शिकायत करनेवाले पार्टी विधायकों ने कहा है कि इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी
और राजेश कच्छप ने भाजपा में शामिल होने के लिए 10 करोड़ रुपए और मंत्री पद का ऑफर किया था.
विधायकों ने पार्टी से कहा है कि कैश कांड में फंसे विधायकों ने फोन पर कहा था कि हेमंत सरकार को छोड़ कर इधर आ जायें.
प्रदेश अध्यक्ष को भेजा जवाब
विधायकों की शिकायत को पार्टी ने गंभीरता से लिया है.
पार्टी का मानना हे कि यह दूसरे दल में शामिल होने की गतिविधि है. पार्टी विरोधी काम है.
पार्टी ने स्पीकर को बताया है कि इन विधायकों के पास से कैश बरामद भी हुए हैं.
इन विधायकों को पार्टी ने पहले कारण बताओ नोटिस जारी की है. विधायकों से कहा गया है कि आप लोग कैश के साथ पकड़े गये हैं. पार्टी विरोधी काम में लिप्त हैं. विधायकों ने बताया कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को अपना जवाब दे दिया है.
विधायकों के पास मिले थे 49 लाख रुपए
बता दें कि कोलकाता ग्रामीण पुलिस ने चेकिंग अभियान के दौरान इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को कैश को साथ पकड़ा था. इन विधायकों के पास से 48 लाख रुपए कैश मिले थे. इसके बाद इनकी गिरफ्तारी हुई. पूरे मामले की जांच कोलकाता सीआईडी कर रही है. फिलहाल ये विधायक कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश के बाद जमान पर बाहर है, लेकिन इनको कोलकाता में ही रहने को कहा गया है.