पटना. बिहार में विशेष वोटर पुनरीक्षण का काम जारी रहेगा। इस पर रोक लगाने से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया है। शीर्ष कोर्ट ने कहा है कि संवैधानिक संस्था के कम पर रोक नहीं लगा सकता। कोर्ट ने वोटर कार्ड, आधार, राशन कार्ड को भी शामिल करने की बात कही है। मामले में शीर्ष कोर्ट में अगली सुनवाई 28 जुलाई को होगी।
बिहार में विशेष वोटर पुनरीक्षण का काम रहेगा जारी
बता दें कि, बिहार में वोटर पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष लगातार विरोध कर रहा है। कल इंडिया ब्लॉक ने संयुक्त रूप से इसके खिलाफ चक्का जाम किया था। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल हुए थे। हालांकि, इस दौरान कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार और पूर्णिया लोकसभा से सांसद पप्पू यादव को ट्रक पर चढ़ने नहीं दिया गया था।
बिहार में विशेष वोटर पुनरीक्षण का काम
वहीं बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी और चुनाव अधिकारियों, स्वयंसेवकों, और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त 1.56 लाख सक्रिय बूथ लेवल एजेंटों (BLAs) के अथक प्रयासों से अभ्यास के पहले 15 दिनों में 57.48% गणना प्रपत्र (Enumeration Forms) एकत्र किए जा चुके हैं, जबकि अभी भी 16 दिन शेष हैं। यह जानकारी कल चुनाव आयोग ने दी थी।
लगभग 57.48% गणना प्रपत्र हुए एकत्र
चुनाव आयोग के अनुसार, कल शाम 6.00 बजे तक बिहार में मौजूदा कुल 7,89,69,844 (लगभग 7.90 करोड़) मतदाताओं में से 4,53,89,881 गणना प्रपत्र पिछले 15 दिनों में एकत्र किए गए थे, जब से SIR के निर्देश 24 जून 2025 को जारी किए गए थे। पिछले 24 घंटों में, यानी कल शाम 6.00 बजे से 83,12,804 गणना प्रपत्र एकत्र किए गए हैं, जो एक ही दिन में एकत्र किए गए कुल प्रपत्रों का 10.52% है।
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