प्रयागराज : महाकुंभ में भगदड़ हादसा CM Yogi के लिए शॉकिंग, 12 घंटे अनवरत की मानीटरिंग…। महाकुंभ 2025 के दौरान मौनी अमावस्या पर पुण्य स्नान के समय बीते मंगलवार और बुधवार के मध्य की रात हुए हादसा CM Yogi आदित्यनाथ के लिए काफी शॉकिंग रहा।
खुद धर्माचार्य की पृष्ठभूमि वाले CM Yogi पूरे आयोजन को लेकर शुरू से ही काफी संवेदनशील हैं। महाकुंभ 2025 को भव्य-दिव्य बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर यूपी में अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों एवं अधिकारियों से तारतम्य बनाकर CM Yogi की ओर फूल-प्रूफ तरीके आयोजन संपन्न कराने की तन्मयता को शुरू से ही लोग सराह रहे थे।
लेकिन जैसे बीते मंगलवार और बुधवार के मध्य की रात भगदड़ की सूचना मिली तो CM Yogi सकते में रह गए। वह तुरंत संगम में मौजूद हर श्रद्धालु की कुशलता एवं श्रद्धालुओं के मौके से सकुशल निकासी एवं घर-वापसी को लेकर व्यग्र दिखे।
उनकी व्यग्रता, चिंता एवं संवेदनशील व्याकुलता पीएम मोदी, राज्यपाल, गृहमंत्री आदि को अपडेट देने के दौरान भी दिखी एवं मेला क्षेत्र में तैनात अधिकारियों निरतंर हो रही वार्ता में भी झलकी।
डीजीपी ने बयां की हादसे पर CM Yogi की व्याकुलता
महाकुंभ में हुए हादसे की जमीनी हकीकत जांचने एवं घटनास्थल का निरीक्षण करने प्रयागराज पहुंचे डीजीपी प्रशांत कुमार ने मीडिया से मुखातिब होने पर CM Yogi की हादसो लेकर रही व्यग्रता एवं व्याकुलता की भी खुलकर चर्चा की। अपनी आंखों-देखी एवं हादसे के बाद CM Yogi के साथ कामकाज के दौरान रहे अनुभव को भी उन्होंने यहां साझा किया।
CM Yogi की ओर से हादसे की जांच का निर्देश मिलते ही वह मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के साथ यहां पहुंचे थे। डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि – ‘बीते बुधवार रात में जो घटना घटी है, उससे हर कोई दुखी है। मुख्यमंत्री स्वयं घटना के बाद से भावुक हैं।
CM Yogi ने बुधवार तड़के से ही मीटिंग में बुलाया और लगातार 12 घंटे तक पल-पल की मॉनीटरिंग करते रहे। 10 मिनट का भी उन्होंने रेस्ट नहीं लिया। उनके लिए यह घटना शॉकिंग थी, क्योंकि उन्होंने अपनी तरफ से व्यवस्था को बेहतर से बेहतर बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ी’।

महाकुंभ में अब बसंत पंचमी पर संगम स्नान को फूल-प्रूफ बनाने पर फोकस
इसी क्रम में डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि – ‘अब हमें बसंत पंचमी के अमृत स्नान को जीरो एरर बनाना है। इसके लिए यदि एक्सपर्ट्स की मदद लेनी हो तो ली जाए। जिन स्थलों पर सर्वाधिक भीड़ है, वहां ज्यादा से ज्यादा अधिकारी फोर्स के साथ मौजूद रहें।

…इसके अलावा संगम पर बैरियर प्वाइंट बनाए जाएं और स्थिति को देखते हुए भीड़ को आगे बढ़ने दिया जाए। अखाड़ा मार्ग पर किसी भी हाल में श्रद्धालु न जाने पाएं और इसके लिए पर्याप्त पुलिसबल तैनात किया जाए। …हां, इसी क्रम में बॉर्डर एरिया में एसपी स्तर के अधिकारियों को तैनात किया जाए।
…कंटीजेंसी प्लान का बेहतर उपयोग हो। अपनी दिशा के घाटों पर स्नान प्लान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। साथ ही कमांड सेंटर से लाइव निगरानी जारी रहे व सभी जवान, अधिकारी, मेडिकल टीम एवं मेला प्रबंधन टीमें अलर्ट मोड में रहें’।

बसंत पंचमी पर संगम में इकट्ठी नहीं होगी भीड़, स्नान के बाद निकलते रहेंगे श्रद्धालु…
इसी क्रम में डीजीपी प्रशांत कुमार ने मौका मुआयना करने के बाद पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मेला व्यवस्थापना टीम को जरूरी ब्रीफिंग की। बसंत पंचमी के दौरान संगम में सुचारू स्नान एवं भारी भीड़ होने पर भी उनके निरंतर गतिमान रहने एवं कहीं भी घाट या बैरीकेड के बाद जुटान ना होने देने की जरूरी हिदायतें दी।
प्रशांत कुमार ने अपने ब्रीफिंग में कहा कि – ‘भीड़ के आधार पर मेला ही नहीं बल्कि शहर के भी संवेदनशील स्थानों को चिह्नित किया जाए। साथ ही वहां ज्यादा से ज्यादा अफसर तैनात किए जाएं।

…पर्व से एक दिन पहले से ही यह व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए कि किसी भी हाल में संगम के सर्कुलेटिंग एरिया में भीड़ न जमा हो पाए। स्नान करने के साथ ही श्रद्धालुओें को फौरन गंतव्य की ओर रवाना किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि आगमन व वापसी निर्धारित मार्गों से ही हो’।
मुख्य सचिव व डीजीपी के साथ हुई बैठक में यूपीपीसीएल के चेयरमैन आ’शीष गोयल, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, एडीजी भानु भास्कर, कमिश्नर विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त तरुण गाबा, डीआईजी वैभव कृष्ण, एसएसपी राजेश द्विवेदी मौजूद रहे।