दुर्गापुर : आजकल नौजवान ‘कंडोम’ का नशा कर रहे हैं.
यह सुन कर आपको जरूर अटपटा लग रहा होगा, लेकिन यही सच है.
ऐसा खुलासा पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से हुआ है, जिसने पूरे देश को चौकन्ना कर दिया.
यहां की दुकानों से अचानक फ्लेवर्ड कंडोम का स्टॉक गायब होने के बाद पता चला कि
नशे के लिए इसका उपयोग किया जा रहा है.
जिस तरह अभीतक जूते की स्याही, आयोडेक्स सहित दूसरी चीजों का खतरनाक इस्तेमाल हो रहा था,
उसी कड़ी में फ्लेवर्ड कंडोम शामिल हो गया है.
मादक पदार्थ के रूप में कंडोम के इस्तेमाल की खबर ने सभी की चिंताएं बढ़ा दी हैं.
फ्लेवर्ड कंडोम की बिक्री में भारी इजाफा
बताया जा रहा है कि कुछ समय से दुर्गापुर के बाजार में फ्लेवर्ड कंडोम की बिक्री में भारी इजाफा देखने को मिल रहा था. स्टॉक आते ही चंद रोज में खत्म हो जा रहे हैं. जबकि इससे पहले ऐसा कभी नहीं था. एक दुकानदार ने जब रोजाना के एक ग्राहक से इसके बारे में पूछा तो उसने जो बताया, उसे सुनकर दुकानदार भी हैरान रह गया. ग्राहक ने उसे बताया कि नशे के लिए कंडोम का इस्तेमाल किया जा रहा है.
केमिस्ट्री के टीचर ने बताया कैसे कंडोम से नशा होता है
दुर्गापुर आरई कॉलेज मॉडल स्कूल केमिस्ट्री के टीचर नूरुल हक ने बताया कि कंडोम को गर्म पानी में लंबे समय तक भिगोने से बड़े कार्बनिक अणु अल्कोहल यौगिक में टूट जाते हैं, जिससे नशा होता है. नशे के लिए अजीबोगरीब चीजों के इस्तेमाल का ये पहला मामला नहीं है. 21वीं सदी के मध्य में नाइजीरिया में टूथपेस्ट और जूते की स्याही की बिक्री अचानक 6 गुना तक बढ़ गई थी. लोग इनका इस्तेमाल नशे के लिए करने लगे थे.
बेहद खतरनाक है इसकी लत
क्या ऐसा किया जाना संभव है? विशेषज्ञों के मुताबिक कंडोम में एरोमैटिक कंपाउंड होते हैं जो ज्यादा देर तक उबाले जाने से टूटकर अल्कोहल बनाते हैं. यही कंपाउंड डेंड्राइट ग्लू में भी होते हैं. जो नशे का अहसास कराते हैं लेकिन इसकी लत लगने का खतरा रहता है और इसके बेहद खतरनाक नतीजे हो सकते हैं.