पटना : बिहार में जाति जनगणना के बाद महागठबंधन की सरकार ने बिहार में ओबीसी, एससी और एसटी के लिए आरक्षण 50 फीसदी से बढ़ाकर 65 फीसदी कर दिया था। बीते कल यानी 20 जून को पटना हाइकोर्ट ने आरक्षण को बढ़ाने वाले कानून को रद्द कर दिया। यह खबर मिलते ही पूरे बिहार मे आग की तरह फैल गई। जिसका असर है कि पूरे बिहार में हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ छात्र और युवा संगठन जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसी कड़ी में छात्र संगठन आइसा नें पटना कारगिल चौक पर हाईकोर्ट के आदेश की प्रति जलाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए इस फैसले को निरस्त करने की मांग की। ओबीसी, एससी और एसटी के आरक्षण पर हमला बंद करो 10 फीसदी ईडब्ल्यूएस आरक्षण रद्द क्यों नहींष हाईकोर्ट जवाब दो। छात्र युवाओं के अधिकार पर हमला क्यों हाईकोर्ट जवाब दो।
आपको बता दें कि इस तरह के नारो को बुलंद कर पर हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ छात्र युवाओ ने विरोध प्रदर्शन किया और उच्च न्यायालय के दोहरे चरित्र का पर्दाफाश कर बड़ा सवाल खड़ा किया। प्रदर्शन के दौरान आइसा राज्य सचिव सबीर कुमार आइसा राज्य उपाध्यक्ष नीरज यादव राज्य सह सचिव मनीषा कुमारी, प्रिंस पासवान, विशाल राम और विश्वजीत कुमार उपस्थित थे।
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अविनाश सिंह की रिपोर्ट