रांची : झारखंड में RIMS-2 के निर्माण को लेकर चल रही राजनीतिक बयानबाजी के बीच झामुमो नेता सुदिव्य सोनू ने साफ कहा है कि इस संस्थान को जनता के इलाज के लिए समर्पित किया जा रहा है। यदि कोई भी राजनीतिक दल या नेता अपने लाभ के लिए इसमें रोड़े अटकाता है तो वह जनता के निशाने पर होगा।
सोनू ने कहा कि झारखंड जैसे राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की आवश्यकता सबसे अधिक है। इसलिए RIMS-2 का निर्माण किसी राजनीतिक लाभ के लिए रोके जाने योग्य विषय नहीं है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि बीजेपी इस मुद्दे पर भी राजनीति करती है तो जनता उन्हें मुंहतोड़ जवाब देगी।
उन्होंने कहा कि स्वर्गीय शिबू सोरेन के संघर्ष और योगदान को नई पीढ़ी तक पहुंचाना जरूरी है। इसके लिए उनकी जीवनी को स्कूल की किताबों में शामिल किया जाना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी यह जान सके कि किस तरह मेमरा गांव से निकलकर उन्होंने अलग राज्य आंदोलन को सफल बनाया।
भारत रत्न की मांग पर सोनू ने कहा कि यह झारखंड की जनता की जनभावना है, जिसे झामुमो ने सामने रखा है। उन्होंने विधानसभा से सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर भारत सरकार को भेजने की अपील की।
सोनू ने सूर्या हांसदा एनकाउंटर और एसआईआर विवाद पर भी कहा कि राज्य में एजेंसियां और न्यायालय सक्षम हैं। यदि जांच में कोई कमी पाई जाती है तो अदालत आदेश देगी। बीजेपी की ओर से झारखंड में एसआईआर की मांग पर उन्होंने कहा कि बिहार में जो चेहरा बेनकाब हुआ है, वही स्थिति यहां भी दोहराई गई तो जनता उन्हें सबक सिखाएगी।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि रांची में शिबू सोरेन से जुड़े संघर्ष स्मृति स्थल बनाने की प्रक्रिया जारी है, जहां उनके आंदोलन से जुड़ी जीवंत स्मृतियों को प्रदर्शित किया जाएगा।