रांची: सात सीटें मिलीं तो साथ नहीं, ‘इंडिया’ गठबंधन में सीटों को लेकर झामुमो और कांग्रेस के साथ राजद का तकरार रविवार को अल्टीमेटम तक पहुंच गया। राजद सांसद मनोज झा ने स्पष्ट कहा कि उन्हें कम से कम 12 सीटें चाहिए। सोमवार को दिन के 11 बजे राजद अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर देगा और इस समय तक पार्टी, कांग्रेस और झामुमो के फैसले का इंतजार करेगी।
राजद गढ़वा सीट गिरिनाथ सिंह के लिए चाहता है, जबकि अनंत प्रताप देव भी सोमवार को यहां से नामांकन करेंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी गढ़वा जाने की योजना बना रहे हैं। इस विवाद को सुलझाने के लिए बिहार में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, सांसद मनोज झा और प्रदेश राजद प्रभारी जयप्रकाश नारायण यादव रविवार को रांची में ठहर गए हैं। ये नेता टिकट बंटवारे के विवाद को सुलझाने के बाद सोमवार को पटना लौटेंगे।
2019 के चुनाव में राजद को चतरा, बरकट्ठा, हुसैनाबाद, छतरपुर, कोडरमा, देवघर और गोड्डा सीटें मिली थीं। इस बार राजद बरकट्ठा सीट नहीं लेना चाहता, इसके अलावा विश्रामपुर, मनिका, लातेहार, जमुआ और पांकी सीटों पर भी उसकी नजर है। राजद ने 12 सीटों पर समझौता न होने पर 22 सीटों पर भी प्रत्याशी खड़ा करने की धमकी दी है।
आल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए स्क्रीनिंग कमेटी बनाई है, जिसने राज्य भर का दौरा कर जमीनी हकीकत का पता लगाया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो और विधायक दल के नेता डॉ. रामेश्वर उरांव ने भी अलग सूची तैयार की है, लेकिन दोनों सूचियों में विरोधाभास देखने को मिला है।
वामदलों की भी सीटों को लेकर नाराजगी है। कांग्रेस और झामुमो वाम दलों को तीन से चार सीटें देने के लिए तैयार हैं, जबकि माले छह सीटें मांग रहा है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का 15 सीटों पर दावा है, लेकिन इंडिया गठबंधन माले को ही तीन से चार सीटें देने पर सहमत है।
इस सभी उठापटक के बीच, चुनावी मैदान में उतरने की तैयारियों को लेकर सभी पार्टियों में खींचतान बढ़ गई है।