एस के राजीव
पटना : आज का दिन इंडिया महागठबंधन के दलों के लिए मानो चुनाव जीतने जैसा दिन था। सुबह 10 बजे पटना गांधी मैदान से शुरू हुई महागठबंधन की वोट अधिकार यात्रा या फिर यूं कहें वोट बचाओ यात्रा की शुरुआत हुई जो पटना के नेहरु रोड स्थित अंबेडकर की मूर्ति के पास आकर समाप्त हुआ। गांधी मैदान से शुरू हुई यह यात्रा वोट बचाओ कम और महागठबंधन का शक्ति प्रदर्शन ज्यादा दिखा। समर्थकों की भारी भीड़ उत्साह से लवरेज दिखी और भारी उमस के बीच भी अपने नेताओं के साथ डटी रही।
आरोप-प्रत्यारोप का दौड़ खुब चला और निशाने पर चुनाव आयोग कम मोदी और नीतीश ज्यादा रहे
हालांकि इस यात्रा का उद्देश्य अगर वोटरों को उसका अधिकार दिलाना है तो फिर इसके लिए चुनाव आयोग को जिम्मेदार नहीं ठहराकर मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया जो यह बता रहा था की लड़ाई वोटरों के लिए कम और बिहार की सत्ता पाने के लिए ज्यादा है। सड़क मार्च कर नेताओं ने चुनावी अंदाज में बिहार में दो माह बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की झलक दिखा दिया। आरोप-प्रत्यारोप का दौड़ खुब चला और निशाने पर चुनाव आयोग कम मोदी और नीतीश ज्यादा रहे। लेकिन इस अधिकार यात्रा के माध्यम से वोटरों को कितना अधिकार मिल पाएगा यो तो पता नहीं लेकिन राहुल ने बिहार की सरजमीं पर अपने वजूद का झंडा जरुर बुलंद कर लिया। सड़क मार्च में राहुल गांधी लीड रोल में नजर आए तो साथ में तेजस्वी, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन सहित कई बड़े नेता उपस्थित रहे। जिन्होंने अंतत बिहार में तेजस्वी के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनाने का संकल्प लिया।
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