सात लाख रुपया की लागत से बनाये गए थे जलमीनार
नालंदा : टंकी में पानी भरते ही नवनिर्मित जलमीनार भरभरा कर गिर गया.
इस जलमीनार को निर्माण करने में सात लाख रुपए खर्च हुए थे.
मामला नालंदा जिला के हिलसा नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत वार्ड संख्या 22 की है.
बताया जा रहा है कि जलापूर्ति के लिये लाखो रुपया की लागत से बनाये गए
जलमीनार को जैसे ही चालू किया वैसे ही भरभरा कर गिर गया.
नल जल योजना के तहत हुआ था निर्माण
ग्रामीणों ने बताया कि नल जल योजना के तहत इस जलमीनार का निर्माण हुआ है. पूरे वार्ड में घर घर नल का कनेक्शन भी महीनों पूर्व पहुंच गया है. लोग नल में पानी आने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन पानी आने से पहले ही जलमीनार धरासाई हो गया. जलमीनार गिरने के बाद इसकी गुणवत्ता पर लोग सवाल खड़ा करने लगे हैं.
टंकी में पानी: संवेदक पर घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने का आरोप
लोगों ने आरोप लगाते हुए बताया कि वार्ड संख्या 22 के लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की इस योजना पर लगभग सात लाख रुपए खर्च हुए हैं. लेकिन संवेदक ने घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर योजना में लूट-खसोट कर ली है. ग्रामीणों ने बताया कि जलमीनार का निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग करने के साथ बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है.
गनीमत यह रहा कि जलमीनार रात में गिरी, अगर दिन में होता तो बड़ा हादसा भी हो सकता था. क्योंकि यह जलमीनार शहर के पटेल नगर में मुख्य मार्ग के बगल में बनाया गया है, जहां काफी संख्या में लोगों का आना जाना होता है. इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संदीप कुमार से दुरभाष पर जानकारी लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
रिपोर्ट: रजनीश