प्रयागराज: महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या 39वें दिन हुई 57 करोड़ के पार। महाकुंभ में गुरूवार को 39वें दिन भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के संगम त्रिवेणी तीर्थ में पावन डुबकी लगाने को पहुंचने का क्रम जारी है। मेले का समापन निकट है फिर भी श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं है।
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आज भी आस्थावान लोग संगम मे श्रद्धा के साथ डुबकी लगा रहे हैं। केवल गुरूवार की सुबह पौ फटने से पहले से लेकर सुबह 8 बजे तक 33.25 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में पावन डुबकी लगा ली है।
इसी के साथ पौष पूर्णिमा से शुरू हुए महाकुंभ के पावन संगम स्नान में डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या 57 करोड़ 8 लाख 25 हजार के पार पहुंच गई है।
माना जा रहा है कि CM Yogi आदित्यनाथ की ओर से हाल की लगाए गए अनुमान के मुताबिक, महाकुंभ मेले की समाप्ति तक महाशिवरात्रि तक डुबकी लगाने वालों की संख्या 60 करोड़ के पार पहुंच जाएगी।
महाकुंभ में केंद्रीय वित्त मंत्री भी पहुंची संगम तीर्थ
महाकुंभ को लेकर सियास दलों के बीच वार-पलटवार के क्रम के बीच श्रद्धालुओं का संगम स्नान करने के लिए पहुंचने का क्रम अनवरत जारी है। डुबकी लगाने वाले को संगम तीर्थ पहुंचने वाले नए गणमान्यों में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ ही यूपी कांंग्रेस के अध्यक्ष अजय राय और यूनेस्को से आई टीम के सदस्य शामिल हैं।
यूनेस्को के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय कार्यालय के निदेशक टिम कर्टिस ने भी महाकुंभ में पहुंचकर संगम में डुबकी लगाई है। कर्टिस ने कहा कि यूनेस्को शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन के समाधान और वैश्विक शांति को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है।
टिम कर्टिस यहां परमार्थ निकेतन शिविर में पहुंचे थे। उन्होंने स्नान कर विश्व शांति, सौहार्द और सुरक्षा की कामना की। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, वैश्विक शांति और सुरक्षा आदि अनेक विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।
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संगम स्नान करतीं महिलाओं की तस्वीर बेचने वालों पर FIR…
महाकुंभ में संगम में पावन डुबकी लगाने और स्नान करने पहुंच रही महिला श्रद्धालुओं के वस्त्र बदलने के दौरान की अमर्यादित तस्वीरें खींच कर उन्हें सोशल मीडिया पर अपलोड कर कर बेचने का मामला यूपी पुलिस ने पकड़ा है।
ऐसे दो सोशल मीडिया एकाउंटधारकों के खिलाफ FIR दर्ज करते हुए उनके खिलाफ एक्शन शुरू किया गया है। इनमें टेलीग्राम चैनल के बारे में तो बाकायदा महिला स्नानार्थियों की तस्वीरें बेचने की प्रक्रिया को पुलिस ने इलेक्ट्रानिक साक्ष्यों के साथ पकड़ा है।
यूपी पुलिस के मुताबिक, टेलीग्राम के cctv CHANNEL 11 पर यह संगीन अपराध किया जा रहा है और उसी कारण उसके खिलाफ तुरंत एक्शन लिया गया है। यूपी पुलिस ने इस मामले में मेटा कंपनी से भी संपर्क कर सभी जरूरी ब्योरे तलब किए हैं।
यूपी सरकार और महाकुंभ मेला प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि महाकुंभ के पुण्यार्थियों को लेकर ऐसा कोई भी अमर्यादित आचरण अपराध की श्रेणी में आता है और अपराधियों के प्रति यूपी पुलिस अपने जीरो टॉलरेंस की नीति पर कड़ाई से पालन करने को प्रतिबद्ध है। ऐसे किसी भी आपराधिक कृत्य एवं अनैतिक आचरण में लिप्त रहने वालों को नहीं बख्शा जाएगा।
इन दोनों ही मामलों की जानकारी साझा करते हुए यूपी पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार के हवाले से लिए गए एक्शन की जानकारी साझा की गई है। बताया गया कि सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान यह संज्ञान में आया कि कतिपय सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से महाकुम्भ में स्नान करने आई महिलाओं की नहाते एवं कपड़े बदलते समय की वीडियो सोशल पर अपलोड की जा रही है।
यह कृत्य सीधे तौर पर महिलाओं की निजता और गरिमा का स्पष्ट उल्लंघन है। अतः ऐसे 2 प्रकरणों का संज्ञान लेकर कोतवाली कुम्भ मेला में अभियोग पंजीकृत करके आवश्यक कानूनी एक्शन लिया जा रहा है।
दिनांक 19-02-2025 को टेलीग्राम चैनल के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया है । टेलीग्राम चैनल cctv CHANNEL 11 के द्वारा महाकुम्भ में आयी महिलाओं के स्नान करते समय के वीडियो को विभिन्न धनराशि में उपलब्ध कराए जाने का दावा किया जा रहा था। तुरंत इसका संज्ञान लेकर अभियोग पंजीकृत कर जरूरी कानूनी एक्शन वाली कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
यूपी पुलिस ने बताया कि दिनांक 17-02-2025 को इंस्टाग्राम अकाउंट @neha1224872024 के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराया गया। इस इंस्टाग्राम अकाउंट से कुम्भ मेला में आयी महिला स्नानार्थियों के स्नान करते एवं कपड़े बदलते समय की अशोभनीय वीडियो को पोस्ट किया जा रहा था ।
अतएव इस इंस्टाग्राम अकाउंट के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत करने के साथ ही इसे संचालित करने वाले व्यक्ति की पहचान सुनिश्चित किये जाने हेतु मेटा कंपनी से जानकारी की जा रही है। जानकारी प्राप्त होते ही सम्बन्धित आरोपी की गिरफ़्तारी सुनिश्चित की जाएगी ।
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CM Yogi बोले – सरकार की जिम्मेदारी है श्रद्धालुओं को दिक्कत ना हो…
इससे पहले बीते बुधवार को महाकुंभ को लेकर यूपी विधानसभा में अहम संबोधन देते हुए CM Yogi आदित्यनाथ ने कहा था कि – ‘…अभी महाकुम्भ के समापन में एक सप्ताह का समय बाकी है। अब तक 56 करोड़ श्रद्धालु इस पूरे आयोजन में सहभागी बने हैं। सभी ने भारत के सनातन धर्म के प्रति अपनी आस्था को व्यक्त किया है। भारत और भारतीयता को पहचान देने के लिए हर व्यक्ति उतावला दिख रहा है।
…देश और दुनिया में जहां कहीं भी सनातन धर्मावलंबी है या भारत में किसी भी क्षेत्र का नेतृत्व वर्ग है, उनकी एक ही इच्छा है कि महाकुम्भ के आयोजन में भागीदार बनें। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो।
…प्रदेशवासियों को इस बात पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए कि हम सभी को इस बड़े आयोजन से जुड़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। यह आयोजन हमारे लिए बहुत महत्व रखता है। भले ही यहां हम लोग विभिन्न दलों से जुड़े हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश से बाहर जाने पर हमारी पहचान उत्तर प्रदेशवासी के रूप में होती है।
…यदि हम अच्छा काम करेंगे, तो हमें सम्मान की प्राप्ति होगी तथा गलत काम करने पर लोग हमें असम्मान के भाव से देखेंगे। वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश की यही छवि थी। उत्तर प्रदेश के लोगों के सामने पहचान का संकट था। प्रदेश सरकार ने विगत 8 वर्षों में राज्य के परसेप्शन को बदला है। इसी का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेशवासियों का देश दुनिया में सम्मान किया जाता है।
…विगत 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन हुई दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है।मैंने स्वयं 29 जनवरी को सुबह 3 बजे अखाड़ों से इस बारे में अनुरोध किया था कि उनको कुछ देर के लिए अमृत स्नान स्थगित करना चाहिए। 29 जनवरी, 2025 को दिनभर अमृत स्नान का मुहूर्त था। उस दिन कोई एक समय निश्चित नहीं था।
…अखाड़ों ने व्यवस्था में पूर्ण सहयोग प्रदान किया और कहा कि श्रद्धालुओं को अमृत स्नान का अवसर मिलना चाहिए। महाकुम्भ में 6 मुख्य स्नान हैं, जिसमें 3 अमृत स्नान हुए हैं। 13 जनवरी, 2025 को पौष पूर्णिमा का पहला स्नान सम्पन्न हुआ। 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन पहला अमृत स्नान हुआ।
…दूसरा अमृत स्नान विगत 29 जनवरी को मौनी अमावस्या को सम्पन्न हुआ, जिसमें सभी 13 अखाड़ों ने अमृत स्नान में भाग लिया। इस स्नान को लोगों ने अपनी आंखों से देखा। यह महाकुम्भ का तीसरा स्नान था। चौथा स्नान, जो तीसरा अमृत स्नान था, बसंत पंचमी के दिन पूरी भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। सभी अखाड़े उसमें सहभागी बने।
…पांचवां स्नान माघी पूर्णिमा विगत 12 फरवरी को भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। यह स्नान अमृत स्नान नहीं था। अखाड़े काशी के लिए प्रस्थान कर चुके थे। छठवां स्नान 26 फरवरी, 2025 को महाशिवरात्रि के दिन होने जा रहा है।
…महाकुम्भ की तिथि ज्योतिष गणना के आधार पर तय होती है। यह तिथि सरकार तय नहीं करती है। संतों ने इस पूरे आयोजन को आगे बढ़ाया है और वह सभी अमृत स्नानों में भागीदार बने हैं।’