पटना: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू है और इसे सफल बनाने का जिम्मा पुलिस के साथ ही मद्य निषेध विभाग को दी गई है। राजधानी पटना से एक मामला सामने आया है जिसके बाद अब शराबबंदी सफल करने में अहम भूमिका निभाने वाली पुलिस पर ही सवाल खड़ा हो गया है। हालांकि मामले की जानकारी मिलने के बाद पटना के एसएसपी ने सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया तथा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। दरअसल मामला 14 जनवरी का है जब पटना के सुल्तानगंज थाना की पुलिस ने अवैध शराब के साथ जेपी गंगा पथ पर चार लोगों को पकड़ा था।
इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने एक तस्कर को छोड़ दिया था तथा जब्त शराब में से शराब का बोतल भी गायब किया था। बताया जा रहा है कि पुलिस एएसआई मुरारी कुमार, सिपाही नागेन्द्र पासवान, अग्निशमन चालक शैलेश कुमार और संतोष पासवान ने जेपी गंगा पथ पर एक कार में सवार पांच लोगों को 46 बोतल शराब के साथ पकड़ा था। मामले में पुलिस अधिकारी के बयान पर बाढ़ थाना क्षेत्र के बेढ़ना निवासी रौनक कुमार, राहुल कुमार और संजय कुमार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किया था।
मामले में गिरफ्तार तस्करों से जब पूछताछ की गई तो उन लोगों ने बताया कि वे लोग एक कार से 46 बोतल विदेशी शराब लेकर एनएमसीएच के समीप एक व्यक्ति को देने के लिए जा रहे थे तभी पुलिस ने उन्हें जेपी गंगा पथ पर पकड़ लिया था। इस दौरान पुलिस अधिकारी ने थोड़ी देर के बाद वाहन चालक को वाहन समेत छोड़ दिया और जब्त शराब में भी मात्र 30 बोतल शराब दर्शाया।
गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ के आधार पर वरीय पुलिस अधिकारियों ने आरोपी पुलिसकर्मियों से जब पूछताछ की तो उनलोगों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस अधिकारियों ने आरोपी पुलिसकर्मियों की निशानदेही पर थाना परिसर में स्थित बैरक के पास से 16 बोतल शराब बरामद किया। मामले में सुल्तानगंज थानाध्यक्ष के बयान पर सभी चारों आरोपी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसके साथ ही पटना के एसएसपी अवकाश कुमार ने सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
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पटना से चंदन तिवारी की रिपोर्ट
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