बंद कमरे में कराया जाता था धर्मांतरण, खुलासे के बाद सामने आया चौकाने वाला सच

पलामूः जिले में अंधविश्वास का भय दिखाकर धर्म परिवर्तन का खेल खेला जा रहा है और यह खेल कोई सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाके में नहीं बल्कि पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जूरु गांव में खेला जा रहा. कई लोगों का धर्मांतरण करा लिया गया था. कई लोगों का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की जा रही थी. जैसे ही इस बात की भनक बजरंग दल समेत पाकी विधायक शशि भूषण मेहता को लगी काफी संख्या में लोग जुरू गांव में पहुंचे और इस पूरे खेल का पर्दाफाश हुआ.

जुरू गांव के रहने वाले प्रभु राम नामक व्यक्ति के घर इस पूरे प्रकरण को अंजाम दिया जा रहा था. प्रत्येक रविवार को प्रार्थना सभा करा कर बीमारी ठीक होने का दावा किया जाता था. बिहार के रोहतास जिले से आया युवक जो अपना नाम देव मुनि कुमार चंद्रवंशी बता रहा है. नावाडीह निवासी नागेंद्र रवि और लातेहार जिले की नीतू कुमारी को नीलांबर पितांबरपुर की पुलिस ने पूरे मामले में हीरासत में लिया है. आरोप है कि काफी दिनों से लोगों को बीमारी ठीक करने के लिए बहला फुसला कर बंद कमरे में प्रार्थना करने के लिए प्रेरित किया जाता था और चर्च में भेजा जाता था.

मौके पर पाकी विधायक की मौजूदगी में दर्जनों लोगों को गांव के मंदिर में ले जाकर गंगाजल से आचमन कराया गया वैदिक रीति-रिवाज और मंत्रोच्चार कर उनका शुद्धिकरण कर उनके अपने धर्म में वापसी कराई गई. विधायक डॉक्टर शशी भूषण मेहता ने कहा कि पांकी विधानसभा क्षेत्र के किसी गांव में धर्मांतरण का खेल नहीं चलने दिया जाएगा. गरीब दलित आदिवासी और पिछड़े समुदाय के लोगों को बहला फुसला कर धर्मांतरण का खेल खेला जा रहा है. वहीं इस पूरे मामले में लेस्लीगंज थाना प्रभारी गौतम रॉय ने बताया कि तीन लोगों को पूछताछ के लिए थाना लाया गया है. आवेदन मिलने के बाद अग्रतर कार्रवाई की जाएगी.

रिपोर्टः दिवाकर सिंह

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