रांची: झारखंड में इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान एक परंपरा टूटने जा रही है। अब तक हर वर्ष झारखंड के मुख्यमंत्री रांची के मोराबादी मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराते थे, लेकिन इस बार cm हेमंत सोरेन यह जिम्मेदारी नहीं निभाएंगे। राज्य सरकार ने सोमवार को औपचारिक घोषणा करते हुए बताया कि इस वर्ष झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार राजधानी रांची के मोराबादी मैदान में झंडोतलन करेंगे।
यह बदलाव मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पारिवारिक कारणों से हुआ है। दरअसल, मुख्यमंत्री इन दिनों अपने पैतृक गांव नेमरा में हैं, जहां वे अपने पिता और झामुमो के संस्थापक, वरिष्ठ आदिवासी नेता दिशुम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्ध कर्म में व्यस्त हैं। शिबू सोरेन का लंबी बीमारी के बाद 4 अगस्त की सुबह दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया था, जिसके बाद पूरे झारखंड में शोक की लहर दौड़ गई।
स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार, हर साल मुख्यमंत्री रांची के मोराबादी मैदान में ध्वजारोहण करते हैं, जबकि राज्यपाल राज्य की उपराजधानी दुमका में समारोह की अध्यक्षता करते हैं। लेकिन इस बार राज्य सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए राज्यपाल संतोष गंगवार ने मोराबादी में झंडोतलन की जिम्मेदारी संभालने का निर्णय लिया है।
राजभवन की ओर से जारी बयान में बताया गया कि दिवंगत नेता शिबू सोरेन के सम्मान में राज्यपाल ने स्वतंत्रता दिवस पर राजभवन में होने वाले पारंपरिक ‘एट होम’ कार्यक्रम को भी रद्द करने का फैसला लिया है।
स्वतंत्रता दिवस की तैयारियां राजधानी में लगभग पूरी हो चुकी हैं। सुरक्षा, मंच सजावट और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। इस बार मोराबादी मैदान में राज्यपाल की मौजूदगी के साथ समारोह में एक अलग माहौल देखने को मिलेगा।