Desk. कर्नाटक के बेलगावी में आज कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई। इसमें कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता शामिल हुए। हालांकि पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी इसमें शामिल नहीं हुई। इसको लेकर उन्होंने खेद जताया। साथ इस बैठक में उनके नाम का पत्र पढ़ा गया। इसमें उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि महात्मा गांधी की विरासत को दिल्ली (केंद्र सरकार) में सत्ता में बैठे लोगों और उन्हें पोषित करने वाली विचारधाराओं और संस्थानों से खतरा है।
बीजेपी पर सोनिया गांधी का निशाना
सोनिया गांधी ने अपने संदेश में कहा कि आज, हम महात्मा गांधी की विरासत को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए खुद को फिर से समर्पित करते हैं। वह हमारी प्रेरणा के मूल स्रोत रहे हैं और रहेंगे। वह वही थे, जिन्होंने उस पीढ़ी के हमारे सभी उल्लेखनीय नेताओं को गढ़ा और निर्देशित किया। उनकी विरासत, नई दिल्ली में सत्ता में बैठे लोगों और उनके विचारधाराओं एवं संस्थानों से खतरे में है।”
सोनिया गांधी ने कहा, “इनके संगठनों ने कभी भी हमारी आजादी के लिए लड़ाई नहीं लड़ी। उन्होंने महात्मा गांधी का कड़ा विरोध किया। उन्होंने एक जहरीला माहौल बनाया, जिसके कारण महात्मा गांधी हत्या हुई। वे उनके हत्यारों का महिमामंडन करते रहते हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि देश भर में विभिन्न स्थानों पर गांधीवादी संस्थानों पर हमले हो रहे हैं और कहा कि यह उचित है कि इस बैठक को ‘नव सत्याग्रह बैठक’ कहा जाए।
अब यह हमारा पवित्र कर्तव्य है कि हम इन ताकतों का पूरी ताकत से और अडिग दृढ़ संकल्प के साथ मुकाबला करने के अपने संकल्प को नवीनीकृत करें। उन्होंने कहा, “मुझे यकीन है कि हमारे संगठन को सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए और मजबूत करने का मुद्दा भी आज उठेगा। इतने गौरवशाली इतिहास वाले हमारे महान संगठन ने बार-बार अपने लचीलेपन का प्रदर्शन किया है।” इस बैठक से हम व्यक्तिगत रूप से और सामूहिक रूप से अपनी पार्टी के सामने आने वाली कई चुनौतियों का सामना करने के संकल्प के साथ दृढ़ता से आगे बढ़ें।