गयाः गया में पैसे की खातिर तीन युवकों ने मिलकर अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। शातिराणा साजिश के तहत अपहरण कर युवक की हत्या करने के बाद तीनों दोस्तों ने शव को ठिकाने लगा दिया और फिर फिरौती की राशि वसूलने में जुटे हुए थे। इस मामले का गया पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है।
गया के शेरघाटी थाना क्षेत्र की घटना
यह घटना गया जिले के शेरघाटी थाना क्षेत्र से जुड़ी हुई है। बताया जा रहा है कि कामरान कमर नाम का एक युवक अपने शेेरघाटी थाना क्षेत्र स्थित घर से गया के मिर्ज़ा ग़ालिब कॉलेज जाने के नाम पर निकला था। किंतु वह वापस नहीं लौटा। 9 दिसंबर के बाद से उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। इस बीच दस दिसंबर को कामरान कमर के अपहरण किए जाने और 30 लाख की फिरौती की मांग का फोन आते ही परिजनों में दहशत कायम हो गया।
लिखित शिकायत मिलने के बाद एसआईटी गठित कर जांच, हुआ खुलासा
इस मामले की शिकायत परिजनों के द्वारा 10 दिसंबर को शेरघाटी थाना में की गई, जिसके बाद एसएसपी आशीष भारती के द्वारा विशेष टीम गठित की गई। विशेष टीम के द्वारा मामले की जांच शुरू की गई, तो सामने आया कि फिरौती के लिए जो फोन आ रहे हैं, वह विभिन्न जिला से आ रहे हैं। कभी वैशाली तो कभी सीवान, पटना नालंदा क्षेत्र से फोन कॉल आ रहे हैं। ऐसे में पुलिस के समक्ष चुनौती बढ़ी थी, लेकिन जांच में सामने आया कि कामरान कमर के मोबाइल का अंतिम लोकेशन जहानाबाद का मिला था।
जहानाबाद के घोसी में कुछ युवकों से था संपर्क
इस क्रम में पुलिस की जांच में सामने आया कि जहानाबाद के कुछ युवकों से कामरान कमर का संपर्क था। इसके बाद पुलिस ने अनुसंधान को आगे बढ़ाया और इस मामले में शिवम कुमार टेहटा घोसी निवासी को पकड़ा। पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो राज खुलने शुरू हो गए और फिर शिवम कुमार की निशानदेही पर अपहृत का मोबाइल, घड़ी बरामद हुआ। वहीं डैडी गांव में पुल के नीचे से कामरान कमर का शव बरामद किया गया।
एक और अभियुक्त की हुई गिरफ्तारी
शिवम कुमार की निशानदेही पर शुभम कुमार उर्फ चीकू बिहटा पटना की गिरफ्तारी की गई है। वहीं, एक युवक अब भी फरार है। इस तरह तीन युवकों ने मिलकर कामरान कमर की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। उनकी मंशा फिरौती वसूूलने की थी, जिसे लेकर वारदात को अंजाम दिया गया था।
नशे का इंजेक्शन देने के बाद गला दबाकर कर दी थी हत्या
पूरी साजिश के तहत तीनों दोस्तों ने मिलकर कामरान कमर को मिर्ज़ा ग़ालिब कॉलेज से अगवा किया था। अगवा करने के बाद उसे जहानाबाद की घोसी थाना क्षेत्र ले जाया गया और वहां उसे हाथ पैर बांधकर नशे की सूई दी गई। इसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। 9 दिसंबर को ही कामरान कमर की हत्या हुई थी। पुलिस की जांच में सामने आया है, कि कामरान कमर ने खुद के अमीर होना की बात बताई थी। कहा था, कि उसके पास गाड़ियां, बुलेट, प्रॉपर्टी आदि है।
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वहीं, जानकारी के अनुसार कामरान कमर रिमांड होम गया था, तो उसकी दोस्ती शिवम और शुभम से हुई थी। दोस्ती के बाद उसने खुद के अमीर होने की बात बताई थी। अमीर होने की बात बताने पर ही तीनों ने कामरान कमर के अपहरण करने और फिर फिरौती वसूलने की योजना तैयार की थी और फिर इसके बीच अपहरण कर हत्या की गई। हत्या करने के बाद फिरौती के लिए परिजनों को फोन किया। इस तरह कामरान कमर अपहरण कांड का पुलिस में सनसनीखेज खुलासा किया है। एक आरोपी अभी भी फरार बताया जा रहा है।