चाईबासा: चाईबासा में चिटफंड घोटाले से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है। सदर थाना, चाईबासा में मेशर्स मास इंफ्रा रियलिटी लिमिटेड कंपनी के हेड और शाखा कार्यालय के तीन प्रबंधकों के खिलाफ धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह मामला सदर अंचल अधिकारी उपेंद्र कुमार के बयान के आधार पर दर्ज हुआ है।
जानकारी के अनुसार, 6 जुलाई 2022 को विपिन चंद्र तोमसोय और अन्य लोगों ने उपायुक्त से इस कंपनी के विरुद्ध वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायत की थी। शिकायत में बताया गया कि मास इंफ्रा रियलिटी लिमिटेड, जो कोलकाता की एक चिटफंड कंपनी है, ने चाईबासा और आसपास के ग्रामीण इलाकों में आम नागरिकों को बहला-फुसलाकर करोड़ों रुपये का निवेश करवाया। कंपनी ने वादा किया था कि निवेश की राशि तीन सालों में दोगुनी, तीन गुनी या चार गुनी कर वापस की जाएगी।
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि करीब ₹1 करोड़ तक की राशि का निवेश इस कंपनी में किया गया था। लेकिन वर्ष 2015 के बाद कंपनी का चाईबासा स्थित कार्यालय अचानक बंद हो गया, और निवेशकों को उनका पैसा नहीं मिला। निवेशकों द्वारा चाईबासा और कोलकाता कार्यालयों में संपर्क करने की कोशिशें विफल रहीं। अब, वर्षों बाद इस मामले पर सख्त कार्रवाई करते हुए सदर थाना में कंपनी प्रबंधकों के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
प्रशासन के अनुसार, यह पूरा मामला चिटफंड स्कैम से जुड़ा हुआ है, जिसमें सैकड़ों निवेशकों के साथ ठगी की आशंका जताई जा रही है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और दोषियों पर जल्द कार्रवाई की उम्मीद है।