रांची: झारखंड के जननायक, दिशोम गुरु और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन से राज्यभर में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके निधन की खबर मिलते ही सोमवार रात से राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित उनके आवास पर लोगों का तांता लग गया। रातभर हजारों लोग अंतिम दर्शन के लिए डटे रहे। मंगलवार सुबह होते ही एक बार फिर श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई।
गुरुजी के सम्मान में झुका सदन
शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर को रांची विधानसभा लाया गया, जहां विधायकों और गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो, केंद्रीय मंत्री संजय सेठ, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, मंत्री इरफान अंसारी, दीपिका पांडे, योगेन्द्र प्रसाद, सुदिव्य कुमार और राधाकृष्ण किशोर ने गुरुजी को नमन किया।
दो मिनट का मौन और श्रद्धांजलि समारोह
विधानसभा परिसर में दो मिनट का मौन रखकर दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान माहौल बेहद भावुक रहा। लोग ‘वीर दिशोम गुरु अमर रहें’ के नारे लगा रहे थे।
देशभर से नेता पहुंचे श्रद्धांजलि देने
टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन और शताब्दी राय भी शिबू सोरेन के आवास पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि झारखंड ही नहीं, देश ने एक युग को खो दिया है।
राज्यपाल और प्रशासन की ओर से अंतिम सम्मान
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने विधानसभा में गुरुजी को श्रद्धांजलि दी और प्रशासन की ओर से उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
राहुल गांधी के भी पहुंचने की संभावना
इस बीच, सूत्रों के अनुसार लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी अंतिम दर्शन के लिए रांची पहुंच सकते हैं।
झारखंड ने एक युग पुरुष को खो दिया है, लेकिन उनकी विचारधारा और संघर्षशील छवि सदा जनमानस में जीवित रहेगी।