औरंगाबाद : औरंगाबाद जिला के रफीगंज शिवगंज पथ के फुलवरिया गांव के समीप ट्रक और बाइक में हुई जोरदार टक्कर में एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल को स्थानीय लोगों द्वारा रफीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए लाया गया। जहां एक युवक के इलाज के दौरान मौत हो गई व दूसरे युवक को गया मगध मेडिकल कॉलेज इलाज के लिए भेजा गया। मृतक युवक की पहचान सूरज चौधरी के 22 वर्षीय पुत्र कमलेश चौधरी एवं मनोज पासवान के 25 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार के रूप में की गई है।
वहीं इस घटना में श्यामाकांत मेहता के पुत्र गुंजन मेहता गंभीर रूप से घायल है। घटना की जानकारी मिलते ही समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रफीगंज में रफीगंज थाना के पुलिस मौके पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया में लग गए। मंगलवार की रात्रि करीब 10 बजे के आसपास मृतक के परिजनों ने बताया की तीन दोस्त कुछ कम से लिए मदनपुर थाना क्षेत्र के शिवगंज बाजार गए हुए थे। वहीं से लौटने के क्रम में तेज रफ्तार ट्रक ने सामने से टक्कर मार दी। जिससे दो लोगों की मौत हो गई एवं एक गंभीर रूप से घायल है। घटना के बाद पूरे गांव में मातम सा छाया हुआ है।
इधर, घटना की जानकारी मिलते ही मदनपुर थाना के अपर थानाध्यक्ष सूर्यवंश सिंह दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की जायजा लिया। इधर, आक्रोशितों परिजनों एवं ग्रामीणों ने मुआवजा की मांग को लेकर रफीगंज-शिवगंज रोड को जाम कर दिया। मदनपुर अपर थानाध्यक्ष ने आक्रोशितों को काफी समझाने बुझाने का प्रयास किया। इसके बाद मुआवजे की राशि दिलवाने की आश्वासन पर जाम खत्म किया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए सदर अस्पताल में भेज दी है।
यह भी देखें :
वहीं घटना की सूचना पर पहुंचे औरंगाबाद सांसद अभय कुशवाहा, जिला परिषद् सदस्य सह राजद के प्रदेश महासचिव शंकर यादव, पूर्व जिला पार्षद अध्यक्ष प्रतिनिधि संजय कुमार यादव, मंतोष कुमार और सरपंच देवेन्द्र मिश्र ने बताया कि मृतक काफी गरीब हैं। सभी लोगों ने सरकार से मुआवजे की मांग की हैं। औरंगाबाद सांसद अभय कुशवाहा ने बताया कि यह घटना काफी दुखद है। आज धनतेरस का पर्व है जो खुशियों का पर्व होता है यह घटना से हम सभी काफी दुखी हैं। मृतक के परिजनों को हर संभव मदद किया जाएगा।
यह भी पढ़े : सड़क दुर्घटना में पति-पत्नी घायल, इलाज के दौरान पत्नी की मौत
दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट