रांची: झारखंड में 77 करोड़ रुपये से अधिक के चर्चित शराब घोटाले की जांच में एक और बड़ी कार्रवाई हुई है। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने मंगलवार को छत्तीसगढ़ निवासी ओम साईं कंपनी से जुड़े दो निदेशकों – अतुल कुमार सिंह और मुकेश मनचंदा को गिरफ्तार कर विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
इन दोनों की गिरफ्तारी के साथ ही इस घोटाले में अब तक कुल 10 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिनमें आईएएस अधिकारी विनय चौबे और प्रिज्म होलोग्राफी कंपनी के एमडी विधु गुप्ता भी शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि विधु गुप्ता को एसीबी ने 2 जुलाई को गिरफ्तार किया था।
सिंघानिया सिंडिकेट से संबंध
सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार निदेशक सिद्धार्थ सिंघानिया के सिंडिकेट से जुड़े हुए हैं, जो इस शराब घोटाले के संचालन में मुख्य भूमिका निभा रहा था। एसीबी की जांच में कई निजी कंपनियों के आर्थिक लेन-देन और गड़बड़ियों का खुलासा हुआ है।
जमानत याचिका पर 19 जुलाई को सुनवाई
शराब घोटाले से जुड़े अन्य चार आरोपियों की ओर से दाखिल अग्रिम जमानत याचिकाओं पर भी मंगलवार को एसीबी की विशेष अदालत में आंशिक सुनवाई हुई। अदालत ने अब अगली सुनवाई की तिथि 19 जुलाई तय की है।
एसीबी की जांच में तेजी
एसीबी लगातार इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए छापेमारी और पूछताछ कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी संभव है। मामले की वित्तीय लेनदेन, सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत और फर्जी बिलिंग जैसी कड़ियों की जांच जारी है।
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