Thursday, July 10, 2025

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शराब घोटाले में बड़ा खुलासा: झारखंड-छत्तीसगढ़ के अफसरों को 90 करोड़ रुपये का कमीशन दे चुका था प्रिज्म होलोग्राफी का एमडी

रांची : झारखंड के बहुचर्चित शराब घोटाले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जांच में सामने आया है कि प्रिज्म होलोग्राफी प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी) विधु गुप्ता ने झारखंड और छत्तीसगढ़ के अफसरों को नकली होलोग्राम की आपूर्ति के एवज में लगभग 90 करोड़ रुपये का कमीशन दिया था।

विधु गुप्ता को दो जुलाई को एसीबी ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी अब इस फर्जीवाड़े से जुड़े वित्तीय दस्तावेज और कमीशन वितरण से संबंधित सबूत जुटा रही है।

छत्तीसगढ़ के कारोबारी सिंघानिया और अफसरों की मिलीभगत से मिला ठेका
जांच में यह भी सामने आया है कि विधु गुप्ता को झारखंड में होलोग्राम सप्लाई का काम दिलाने में छत्तीसगढ़ के तत्कालीन उत्पाद सचिव अरुणपति त्रिपाठी, कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया और झारखंड के तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे की मुख्य भूमिका थी।

गुप्ता ने 35 पैसे प्रति होलोग्राम की दर से करीब 52 करोड़ नकली होलोग्राम की आपूर्ति की। इसके लिए उसने नौ फीसदी की दर से अफसरों को कमीशन दिया। पूरा रैकेट सिंघानिया और त्रिपाठी के साथ मिलकर संचालित किया जा रहा था।

छत्तीसगढ़ मॉडल पर बनी थी झारखंड की नई उत्पाद नीति
गौरतलब है कि वर्ष 2022 में झारखंड सरकार ने छत्तीसगढ़ मॉडल पर आधारित नई उत्पाद नीति लागू की थी। इस नीति को लागू करने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य म्युनिसिपल कॉरपोरेशन को परामर्शदाता के रूप में चुना गया था, जिसके एमडी अरुणपति त्रिपाठी थे। यहीं से पूरे घोटाले की बुनियाद रखी गई।

एसीबी जुटा रही डिजिटल साक्ष्य
एसीबी अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गुप्ता ने वास्तव में कितने नकली होलोग्राम सप्लाई किए और किन माध्यमों से यह कमीशन वितरित किया गया। यह भी पड़ताल की जा रही है कि इस पूरे घोटाले में अन्य कौन-कौन से अधिकारी और कारोबारी शामिल थे।