पटनाः बिहार कैडर के IPS अधिकारियों को अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं देना भारी पड़ गया है.
इस मामले को लेकर गृह विभाग ने 71 IPS अधिकारियों पर एक्शन लिया है. संपत्ति का ब्योरा देने
की आखिरी तारीख 28 फरवरी को थी लेकिन कुल 71 अधिकारियों ने 2021 के लिए अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है.
अब ऐसे में उनसे शोकॉज किया गया है. संपत्ति का ब्योरा मार्च तक नहीं दिए जाने पर उनके खिलाफ
आरोप पत्र तैयार कर करवाई की जाएगी.
बिहार के डीजीपी एसके सिंघल को गृह विभाग ने पत्र लिखकर यह जिम्मेदारी दी है कि
सभी 71 आईपीएस अफसरों से अविलंब संपत्ति का ब्योरा लें. गृह विभाग के सचिव के सेंथिल कुमार
ने बताया कि आखिरी तारीख तक ब्योरा ना जमा करने का कारण एक महीने के अंदर ब्योरा देना होगा.
एक महीने तक भी कारण ना बताए जाने पर उनपर आरोप पत्र निर्गत कर विभागीय करवाई शुरू कर दी जाएगी.
कई आईपीएस ऑफिसर है केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर
उन्होंने बताया कि इन 71 आईपीएस अधिकारियों में कई जिले के एसएसपी, एसपी, सिटी एसपी,
एसडीपीओ शामिल है. कई आईपीएस ऑफिसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं. दलजीत सिंह, शफीउल हक,
सिद्धार्थ मोहन जैन, निशांत तिवारी, रतन संजय कटियार, अमित लोढ़ा, ओम भास्कर, सुधांशु कुमार,
जगमोहन, पंकज दराद, एएस नीलेकर चंदा, डॉ. परेश सक्सेना, अमित कुमार, अरविंद कुमार, बी श्रीनिवासन,
संजय भारती, चंद्रशेखर प्रसाद, विद्यार्थी अंबेडकर, राकेश दुबे, मिथिलेश कुमार, शदर आर एस, शैलेश सिंह,
सत्यनारायण कुमार, कार्तिकेय शर्मा, अभिनव धीमन, शुभम आर्य, काम्या मिश्रा, शुभांग मिश्रा, के रामदास,
स्वीटी सहरावत, नीरज सिंह, अजय पांडेय, राजीव रंजन, आमिर जावेद, कुमार आशीष, राजेंद्र भील,
तोहिद परवेज, सुधीर पोरिका, हरिप्रसाद एस, राजीव मिश्रा, एनएच त्रिवेदी, बाबूराम, जयंतकांत, नवीन चंद्र झा,
निताशा गुड़िया, राजेश कुमार, शीलवध्न सिंह, एएस राजन, अनंत राय, मनमोहन सिंह, केशव यादव,
नीरज सिन्हा, बलिराम चौधरी, प्रवीण वशिष्ठ, शीला ईरानी, प्रीता वर्मा, हरिमोहन शुक्ला,
अमरेंद्र कुमार, योगेंद्र कुमार, हृदयकांत, अशोक मिश्रा, अरविंद प्रताप सिंह, नवजोत सिम्मी,
अमित रंजन, हिमांशु, रोशन कुमार, अवधेश दीक्षित, राज चंद्रप्रकाश, विकास भ्रमण
ने अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है.
रिपोर्ट-प्रणव राज