Ranchi– अखिल भारतीय भोजपुरी मगही मैथिली अंगिका मंच ने झारखंड से भोजपुरी मगही को क्षेत्रीय भाषा की श्रेणी से हटाने का विरोध किया है.
मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा है कि भोजपुरी मगही को हटाकर लालू यादव को चैलेंज किया गया है. सरकार को यह बात सार्वजनिक करनी चाहिए कि किस आधार पर पहले इन भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा की श्रेणी में शामिल किया और फिर किस आधार पर इन भाषाओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. हेमंत सरकार ने प्रायोजित तरीके से भाषा विवाद उत्पन्न कर राज्य के दो तिहाई जिलों में पीढ़ियों से रहने वाले भोजपुरी, मगही, मैथिली और अंगिका भाषा भाषियों को टारगेट कर रही है. इन्हे घुसपैठिए,अतिक्रमणकारी और बाहरी कह कर जनभावनाओं को भड़काया जा रहा है. इस बहाने अपनी असफलता छुपाने की कोशिश की जा रही है.
मंच के अध्यक्ष कैलाश यादव ने कहा कि जेएमएम कांग्रेस भोजपुरी मगही विरोधी पार्टी है. भोजपुरी मगही को हटाने के बाद इनकी चुप्पी ने इनके असली चेहरे को उजागर कर दिया है. मगही भोजपुरी बोलने वाले विधायकों की ओर से भी इसका विरोध नहीं किया जा रहा है. भोजपुरी मगही भाषा भाषी चुप्प नहीं बैठेंगे. उनकी नजर सब पर बनी हुई है. सड़क पर उतर इस निर्णय का जोरदार विरोध किया जाएगा.
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