नालंदा: बिहार शरीफमंडल कारा में बंद विचाराधीन कैदी की संदिग्ध हालत में रविवार को मौत हो गई। मृतक की पहचान की सोहसराय थाना क्षेत्र के मंसूरनगर निवासी स्वर्गीय देव पासवान के पुत्र जितेंद्र पासवान उर्फ बोकरवा के रूप में की गई। मृतक वर्ष 2022 में जहरीली शराब कांड मामले में जेल में बंद था। मृतक बंदी की बहन पुतुल देवी ने बताया कि शराब कांड के मामले में उसके भाई को फंसा दिया गया था और पिछले दो वर्षों से जेल में बंद था।
2 दिन पूर्व उसकी कोर्ट में सुनवाई थी उस दिन भी काफी अच्छे तरीके से वह बातचीत कर रहा था। आज भी वह उससे मिलने गई थी। जहां चचेरे भाई कारू पासवान से मुलाकात हुई उसने बताया कि जितेंद्र ठीक-ठाक है। इसके उपरांत वह घर की ओर लौट पड़ी। वह अभी घर भी नहीं पहुंची थी कि उसे जेल से फोन आया कि उसके भाई की तबीयत खराब हो गई है। अस्पताल पहुंचिए, और जब अस्पताल पहुंचे तो देखा कि भाई की मौत हो चुकी है।
परिजन पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि पुलिस वालों के ही कारण जितेंद्र की मौत हुई। वहीं सुरक्षा के लिहाज से सदर अस्पताल में भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात कर दिया गया। बिहारशरीफ मंडल कारा के अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि दोपहर के समय जितेंद्र कुमार उर्फ बोकर ने शौचालय में आत्महत्या करने का प्रयास किया। बाथरूम में लगे पानी के पाइप पर गमछी का फंदा बनाकर बंदी ने आत्महत्या का प्रयास किया।
इसके उपरांत उसे आनन-फानन में इलाज के लिए बिहार शरीफसदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इस मामले में जेल प्रशासन के द्वारा जांच की जा रही है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया में पुलिस जुट गई है। जितेंद्र पर कई मामले दर्ज थे। जिसके कारण वह डिप्रेशन में चल रहा था। 20-25 दिन पूर्व उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है।
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नालंदा से राजा कुमार की रिपोर्ट
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