अमेरिकन आर्मी की आखिरी विमान ने सोमवार को काबुल के हामिद करजई एयरपोर्ट से उड़ान भरी। इसके साथ ही अमेरिका की अफगानिस्तान में 20 साल की सैन्य मौजूदगी खत्म हो गई है। अमेरिका से पहले ब्रिटेन ने अपने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था।
अपने सैनिकों की वापसी पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अब अफगानिस्तान में हमारी 20 साल की मौजूदगी खत्म हो गई है। पिछले 17 दिनों में हमारे फौजियों ने अमेरिकी तारीख में सबसे बड़े एयरलिफ्ट को अंजाम दिया है। उन्होंने आगे कहा, ‘मैं अपने कमांडरों को धन्यवाद देना चाहता हूं कि बिना किसी अमेरिकी की जान गंवाए उन्होंने अफगानिस्तान से खतरनाक निकासी को पूरा किया’। बाइडेन ने इस ऑपरेशन को सबसे बड़ा अभियान बताते हुए कहा कि 1,20,000 से अधिक अमेरिकी नागरिकों और सहयोगियों को सुरक्षित निकाला है।
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