Garhwa: जिले के रंका थाना क्षेत्र अंतर्गत विश्रामपुर पंचायत के जंगल में हाथी के हमले से एक ग्रामीण की मौत हो गई। मृतक की पहचान मखड़ू उरांव के रूप में की गई है। परिजनों ने बताया कि मखड़ू को जंगली हाथी ने पटक कर मार डाला। घटना की सूचना रात करीब 9:30 बजे वन विभाग को दी गई। इसके बाद विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मृतक के घर पहुंचाया।
जंगल में गया था मवेशी चराने :
जानकारी के अनुसार मखड़ू उरांव मंगलवार (8 अक्टूबर) की शाम करीब 4 बजे मवेशी चराने के लिए जंगल गया था। देर शाम तक घर नहीं लौटने पर परिजनों और ग्रामीणों ने खोजबीन शुरू की। इसी दौरान जंगल में मखड़ू उरांव का शव मिला, जिसके पास हाथी के हमले के स्पष्ट निशान थे।
मृतक के परिजनों को दिया जाएगा मुआवजा :
9 अक्टूबर की सुबह शव को रंका थाना लाया गया और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे गढ़वा भेजने की तैयारी की गई। वन विभाग के कर्मियों ने बताया कि हाथी के हमले में मौत होने पर सरकार की ओर से 4 लाख मुआवजा देने का प्रावधान है। तत्काल सहायता के रूप में 50,000 की राशि मृतक के परिजनों को दे दी गई है, बाकी की राशि जल्द उपलब्ध कराई जाएगी।
वन विभाग ने सतर्क रहने की अपील की :
वन विभाग ने ग्रामीणों को सचेत करते हुए अपील की है कि हाथी के आने की सूचना तुरंत विभाग को दें। जंगल में अकेले न जाएं और हाथी आने पर आग जलाकर या शोर मचाकर उसे भगाने की कोशिश करें।
ग्रामीणों में वन विभाग के प्रति आक्रोश :
वहीं ग्रामीणों ने कहा कि रंका थाना क्षेत्र के विश्रामपुर, चुतरू, दुधवल और शेराशाम जंगलों में इन दिनों कई हाथी देखे जा रहे हैं। वन विभाग को हमेशा अलर्ट रहना चाहिए ताकि इस प्रकार की घटना ना हो, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग के पास हाथी भगाने के पर्याप्त साधन नहीं हैं। जिससे लोगों में विभाग के प्रति गहरा आक्रोश है।
रिपोर्टः आकाश
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