Violence During Poll in Bengal : वोटिंग के दौरान बंगाल में हिंसक झड़प, जयनगर में भीड़ ने ईवीएम लूटकर तालाब में फेंका

वोटिंग के दौरान बंगाल में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के दौरान शनिवार को लगातार तमाम हिस्सों से राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प की सूचनाएं आती रहीं।

कोलकाता:  Violence During Poll in Bengalवोटिंग के दौरानबंगाल में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के दौरान शनिवार को लगातार तमाम हिस्सों से राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प की सूचनाएं आती रहीं। पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) ने मीडिया को बताया कि लगातार राजनीतिक दलों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ मारपीट की शिकायतें मिल रही हैं और उन पर तत्काल समुचित कार्रवाई भी की जा रही है। आज सुबह 6.40 बजे जयनगर संसदीय क्षेत्र में बेनीमाधवपुर एफपी स्कूल से कुछ रिजर्व ईवीएम और सेक्टर अधिकारी के पेपरों को भीड़ ने लूट लिया था लेकिन उससे मतदान में कोई व्यवधान नहीं पड़ा।

लूट वाले बूथ पर मुहैया कराई गई नई ईवीएम मशीन, वोटिंग रही सुचारू

पश्चिम बंगाल के सीईओ ने बताया कि भीड़ ने वहां दो वीवीपैट मशीनों को लूटने के बाद तालाब में फेंक दिया। इस मामले में सेक्टर अधिकारी ने एफआईआर दर्ज कराई है और जरूरी कार्रवाई की गई है। इस घटना के बाद सेक्टर के बाकी छह बूथों पर मतदान प्रक्रिया जारी है। सेक्टर अधिकारी को नई ईवीएम और पेपर उपलब्ध करा दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि स्थानीय गुंडों ने पहले यहां चुनाव आयोग की टीम को घुसने से रोका। इसके बाद विवाद भड़का तो कुछ लोगों ने वीवीपैट उठा लिया और लूटने के अंदाज में वहां से लेकर भागे लेकिन निर्वाचन टीम ने पीछा किया तो भीड़ ने उन्हें पास के तालाब में फेंक दिया। जयनगर के कुलतली में भाजपा और टीएमसी समर्थकों के बीच हिंसक झड़प की घटना हुई। उसमें कुल छह लोगों के घायल होने की सूचना है। मेरीगंज 2 ग्राम पंचायत के बूथ नंबर 40 और 41 में यह हिंसक झड़प हुई। पुलिस वालों ने भाजपा के दो और तृणमूल कांग्रेस के एक समर्थक को गंभीर रूप से घायलावस्था में कुलतली ग्रामीण अस्पताल पहुंचाया।

पश्चिम बंगाल के सीईओ ने बताया कि भीड़ ने वहां दो वीवीपैट मशीनों को लूटने के बाद तालाब में फेंक दिया। इस मामले में सेक्टर अधिकारी ने एफआईआर दर्ज कराई है और जरूरी कार्रवाई की गई है।
बंगाल में कोलकाता के पास एक बूथ पर मारपीट के बाद का दृश्य

भांगर में सुबह से ही राजनैतिक हिंसा का क्रम जारी, पुलिस बल तैनात

कोलकाता से सटे यादवपुर लोकसभा क्षेत्र के भांगर में चुनावी हिंसा की घटना सामने आई है। वहां इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) और माकपा के अलावा तृणमूल समर्थकों के बीच शनिवार सुबह से ही रुक-रुककर मारपीट की घटनाएं लगातार सामने आईं। उसमें आईएसएफ के कई कार्यकर्ताओं को चोंटें आईं। भांगर के फूलबाड़ी में बूथ एजेंट को छोड़ने गए आईएसएफ समर्थकों पर तृणमूल समर्थकों ने हमला बोला। हमले का शिकार हुए आईएसएफ वालों ने बाद में तृणमूल वालों पर जवाबी हमला बोला। सूचना मिलते ही निर्वाचन आयोग ने तुरंत मौके पर बड़ी संख्या में केंद्रीय सुरक्षा बलों को भेजा तो भीड़ तितर-बितर हो पाई। भांगर के ही सातुलिया इलाके में पोलिंग बूथ पर मतदान करने पहुंचे आईएसएफ समर्थकों पर तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने हमला बोला और उसमें आईएसएफ के दो कार्यकर्ता गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें पुलिसवालों ने जिरानगाछा अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया। भांगर के ही घोंजेर मैदान इलाके में सीपीएम के पोलिंग एजेंट पर विरोधियों ने हमला बोल और सिर पर वारकर लहूलुहान कर दिया।

वोट देकर निकलते मिथुन चक्रवती के खिलाफ तृणमूल वालों ने की नारेबाजी

कोलकाता उत्तर लोकसभा सीट के अंतर्गत बेलगछिया के दत्तबागान 22 नंबर इलाके में दिग्गज बालीवुड सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती मतदान करने पहुंचे। उन्होंने कतार में लगकर वोट डाला और उसके बाद जब वह बूथ से बाहर निकल समर्थकों को भी वोट डालने के लिए प्रेरित करते हुए दिखे तो तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने उनके खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी की। तुरंत कोलकाता पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के एक्शन के बाद नारेबाजी वाले मौके से भाग निकले। कोलकाता उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार तापस रॉय के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा बूथ में फर्जी वोटिंग करवा रही है। इस घटना पर तापस रॉय ने कहा कि वह इस बारे में कुछ नहीं जानते और बूथ में पहले ही पोलिंग एजेंट मौजूद हैं।

सीपीएम का फर्जी एजेंट बनकर बूथ में घुसा टीएमसी कार्यकर्ता, निकाला गया बाहर

डायमंड हार्बर लोकसभा सीट के आटकृष्ण रामपुर इलाके में 271 नंबर बूथ पर सीपीएम प्रत्याशी का फर्जी बूथ एजेंट बनकर दाखिल हुए एक व्यक्ति को जांच के दौरान प्रेसाइडिंग आफिसर ने पकड़ा और उसे तुरंत निकाल बाहर किया। बाहर खदेड़े जाने पर फर्जी एजेंट ने सीपीएम प्रत्याशी के संग हाथापाई करनी चाही लेकिन सीपीएम प्रत्याशी मौके पर उस पर भारी पड़े। पुलिस वालों ने भी उसे तुरंत मौके से हटने या हिरासत में सलाखों के पीछे भेजने की चेतावनी दी तो वह गमछे से चेहरा छुपाते हुए मौके से भाग निकला।

कोलकाता से सटे यादवपुर लोकसभा क्षेत्र के भांगर में चुनावी हिंसा की घटना सामने आई है। वहां इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) और माकपा के अलावा तृणमूल समर्थकों के बीच शनिवार सुबह से ही रुक-रुककर मारपीट की घटनाएं लगातार सामने आईं। उसमें आईएसएफ के कई कार्यकर्ताओं को चोंटें आईं।
दक्षिण कोलकाता में सीपीएम प्रत्याशी के चुनाव एजेंट की गाड़ी हमले में क्षतिग्रस्त

दक्षिण कोलकाता में सीपीएम प्रत्याशी के एजेंट की कार में तोड़फोड़

कभी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पारंपरिक सीट रहे दक्षिण कोलकाता में भी हिंसा की घटना हुई। वहां सीपीएम प्रत्याशी शायरा शाह हालिम के चुनाव एजेंट कौस्तुभ चट्टोपाध्याय के कार पर विरोधियों ने हमला कर क्षतिग्रस्त कर दिया। यह घटना कोलकाता के 127 नंबर वार्ड में हुई। सीपीएम का आरोप है कि वहां तृणमूल कांग्रेस वाले वोटरों को डरा धमका रहे थे और सूचना पाकर वहां कौस्तुभ के पहुंचते ही उन पर तृणमूल समर्थकों ने हमला बोल दिया। हमले में उनके सिर पर चोटें आई हैं। उन पर तृणमूल समर्थकों ने सरेआम थप्पड़ों और घूसों की बारिश की। सीपीएम ने चुनाव आयोग को दी गई लिखित शिकायत में कहा कि कोलकाता के 109 नंबर वार्ड में तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बाइक वाली टोली लगातार चक्रमण कर रही है और वोटरों को डरा रही है लेकिन लगातार शिकायत के बाद भी चुनाव आयोग ने मौके पर केंद्रीय पुलिस बल को नहीं भेजा है। उत्तरी कोलकाता के बारानगर में सीपीएम प्रत्याशी तन्मय भट्टाचार्य से तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने जमकर हाथापाई की। बताया जा रहा है कि बीकेसी कॉलेज में बने पोलिंग बूथ पर यह घटना हुई है। केंद्रीय पुलिस बल के हस्तक्षेप के बाद हालात को नियंत्रित किया गया।

संदेशखाली में बूथ कैप्चरिंग की कोशिश, हिंसक झड़प तृणमूल सदस्य का सिर फूटा

बशीरहाट लोकसभा सीट के संदेशखाली इलाके में शनिवार को मतदान के दौरान हिंसक झड़प की सूचनाएं लगातार राज्य निर्वाचन मुख्यालय पहुंच रही थीं। संदेशखाली के खुलना अंचल के 177 नंबर बूथ पर पंचायत सदस्य मोनिका मंडल और उसके पति रामकृष्ण मंडल पर विरोधियों ने हमला बोला और सिर पर वारकर लहूलुहान कर दिया। तृणमूल कांग्रेस ने इसके लिए भाजपा पर आरोप मढ़ा तो भाजपा के बशीरहाट सांगठनिक जिलाध्यक्ष तापस घोष बोले कि मोनिका मंडल और रामकृष्ण मंडल अपने तृणमूल की पूरी टीम के साथ बूथ पर पहुंचे थे और बूथ कैंप्चरिंग करने की कोशिश की। वह वाकया देखकर स्थानीय वोटर भड़क गए और उन्होंने बूथ कैप्चरिंग करने वालों की अपने स्तर पर जमकर खबर ली। तृणमूल सदस्यों के घायल होने में भाजपा का कोई हाथ नहीं है।

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