नई दिल्ली : कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआर) के पूर्वी शहर बुटेम्बो में
मंगलवार को हिंसक प्रदर्शन के दौरान हुए हमले में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के
तीन सैनिकों की जान चली गई, इनमें दो भारतीय थे.
तीनों सैनिक उग्र प्रदर्शनकारियों के हमलों में गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
हिंसा के दौरान सात प्रदर्शनकारियों के भी मारे जाने की खबर है.
नृशंस हमलों के अपराधियों की जवाबदेही हो तय- एस जयशंकर
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसे लेकर ट्वीट किया है.
‘डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में बीएसएफ के दो बहादुर भारतीय शांति सैनिकों के बलिदान से गहरा दुख हुआ. वे एमओएनयूएससीओ का हिस्सा थे. इन नृशंस हमलों के अपराधियों की जवाबदेही तय की जानी चाहिए और उन्हें न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाना चाहिए.’
संयुक्त राष्ट्र मिशन के कार्यालयों में लगाई आग
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को हुई इस घटना से एक दिन पहले भी सोमवार को कांगो के पूर्वी शहर गोमा में संयुक्त राष्ट्र मिशन के खिलाफ प्रदर्शन हुए थे. इस प्रदर्शन के दौरान भी संयुक्त राष्ट्र मिशन के कार्यालयों में आग लगाई गई थी. प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि कांगो के पूर्वी इलाके में हथियारबंद गिरोहों से लड़ने में शांति सेनाएं नाकाम हो रही हैं. प्रदर्शनकारी संयुक्त राष्ट्र सेनाओं को देश छोड़कर जाने की मांग कर रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के तहत 5400 भारतीय सैनिक तैनात
गौरतलब है कि दुनिया भर संयुक्त राष्ट्र के 14 मिशन में से 8 में भारतीय सैनिक तैनात हैं. दुनिया के विभिन्न हिस्सों में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के तहत तैनात 5400 भारतीय सैनिक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करते हुए अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं.