रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है, और आगामी दिनों में यह फैसला लिया जा सकता है। चुनाव आयोग की ओर से चुनाव की तारीखों की घोषणा की प्रतीक्षा के बीच, राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है।
मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नजरें झारखंड जेबीकेएसएस पर टिकी हुई हैं, जिसने हाल ही में अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की है। भाजपा के नेताओं ने भी अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। भाजपा की चुनावी कमान हेमंत बिस्वास के हाथों में है, जो झारखंड में लगातार स्थिति का आंकलन कर रहे हैं।
राज्य में विभिन्न दलों के बीच सीटों के बंटवारे की चर्चा जारी है। सूत्रों के अनुसार, भाजपा अगले एक से दो दिनों में 25 से 26 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है। भाजपा और आजसू का गठबंधन पहले से चल रहा है, जबकि एलजेपी भी एनडीए का हिस्सा बनने की कोशिश कर रही है।
धनबाद में चुनावी हलचल तेज है, जहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में कुछ विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इन कार्यों का श्रेय नगर निगम को दिया जाना चाहिए, न कि सरकार को।
धनबाद में छह विधानसभा सीटों पर दावेदारों की लंबी सूची है। भाजपा में कई नेताओं का नाम चल रहा है, जैसे पूर्व सांसद रविंद्र पांडे के बेटे विक्रम पांडे, और सिंदरी विधानसभा सीट से तारा देवी समेत अन्य।
राजनीतिक गतिविधियों में इस तेजी से स्पष्ट है कि सभी दल चुनावों के लिए अपनी रणनीतियों को मजबूत करने में लगे हैं। ऐसे में चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद, यह देखना होगा कि कौन से नेता मैदान में उतरते हैं और चुनावी समीकरण कैसे बनते हैं।
इस संदर्भ में हमारी निगाहें अगले कुछ दिनों पर रहेंगी, जब चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है।