जेपी के गांव पहुंच किसको कंपकपाना चाहते हैं शाह?

जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा का शाह ने किया अनावरण

सारण : जेपी के गांव- पहले भारत माता की जय का जयघोष और इसके बाद सभा में

मौजूद हजारों लोगों से अपील- इतनी जोर से जयघोष कीजिए की कांग्रेस की गोद में

बैठे लोग कंपकपाने लगें. जेपी की जयंती पर उनके गांव सिताब दियारा में मंच पर

पहुंचते ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इन शब्दों के साथ अपने भाषण की शुरुआत की.

उन्होंने नीतीश कुमार का नाम तो नहीं लिया, लेकिन हमला बोलने से नहीं चूके.

जेपी के सिद्धांतों को ताक पर रखकर बार-बार बदले सत्ता

गृहमंत्री अमित शाह ने सिताब दियारा में जयप्रकाश नाराण की प्रतिमा का अनावरण किया.

इसके बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर

जोरदार हमला किया. शाह ने नीतीश कुमार का बिना नाम लिये हुए कहा कि

इतना जोर से नारा लगाइये कि कांग्रेस की गोद में बैठे लोगों को कंपकपी आ जाए.

उन्होंने नीतीश को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जेपी के सिद्धांतों को मानने वाले आज

उन्हीं के सिद्धांतों को ताक पर रखकर पांच बार पाला बदलकर सत्ता पर बैठे.

भावी पीढ़ी को जेपी की प्रतिमा से प्ररेणा मिलेगी.

जेपी के गांव: इंदिरा गांधी ने भ्रष्टाचार की गंगा बहाई

अपने संबोधन को अमित शाह ने भारत माता की जय क नारे से शुरू किया,

लेकिन सामने बैठे लोगों ने जब वही नारा लगाया तो अमित शाह ने कहा कि

बलिया वाले यहां आए हैं या नहीं? क्या बिहार के लोग यहां बैठे हैं या नहीं, अगर आप यहां हैं तो इतनी जोर से नारा लगाइये कि कांगेस की गोद में बैठे लोगों को कंपकपी आ जाए.

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 70 के दशक में भ्रष्टाचार और शासन में चूर लोगों ने इमरजेंसी डालने का काम किया तब जेपी ने क्रांति की. इंदिरा गांधी ने भ्रष्टाचार की गंगा बहाई. तब उन्होंने गुजरात में आंदोलन किया. बिहार में भी जेपी ने आपातकाल में आंदोलन किया. जेपी ने आपातकाल के बाद पूरे विपक्ष को एक किया और गैर कांग्रेस सरकार बनाई.

शाह ने कहा कि सर्वोदय के साथ अंत्योदय को जोड़ने का काम मोदी ने किया. जेपी ने संपूर्ण क्रांति का नारा दिया. इस नारे को सफल बनाने का काम मोदी ने किया. 7 करोड़ के गरीबों का जीवन स्तर उपर लाया. उनके

इमरजेंसी का किया जिक्र

अमित शाह ने कहा कि जब इमरजेंसी उठी तो जेपी ने सारे विपक्ष को एक किया और उन्होंने देश में पहली बार कांग्रेस विरोधी सरकार बनी. जनसंघ को भी लोकनायक ने अपने साथ लिया था. लेकिन आज देश में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक सरकार चल रही है. देश के गरीबों की सरकार बताते हुए अमित शाह ने केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाया.

जेपी के गांव: लालू यादव और नीतीश कुमार पर निशाना साधा

अमित शाह ने इशारे ही इशारे में लालू यादव और नीतीश कुमार को निशाने पर लिया. उन्होंने जेपी के आंदोलन को याद किया. गांधी मैदान की रैली को याद दिलाते हुए उन्होंने इंदिरा गांधी की सत्ता जाने वाले दिनों को याद कराया. अमित शाह ने सुशील मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि जेपी के आंदोलन में ये भी शामिल थे. लेकिन जेपी आंदोलन से उपजे नेता आज तक जो जयप्रकाश नारायण के ही नाम से राजनीति किये वो आज जेपी के सिद्धांतों के खिलाफ होकर चल रहे हैं. अमित शाह ने इशारे ही इशारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उपर भी निशाना साधा.

जेपी के रास्ते समतामूलक समाज की स्थापना का संकल्प

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