देवघरः चुनाव आयोग ने उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री से इस बात का जबाव तलब किया है कि आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के विरुद्ध प्राथमिकी 6 महीने की देरी से क्यों दर्ज की गई.
चुनाव आयोग ने इस बात का भी जबाव मांगा है कि किस आधार पर प्रखंड विकास पदाधिकारी को मौखिक रुप से प्राथमिकी दर्ज करवाने को कहा गया. साथ ही जिस क्षेत्र में आचार संहिता लागू ही नहीं था, उस क्षेत्र के थानों में भी प्राथमिकी दर्ज करवाई गई. प्राथमिकी दर्ज करवाने के पूर्व इसकी सूचना चुनाव आयोग को क्यों नहीं दी गई.
बता दें कि कुछ दिनों पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से बीजेपी प्रतिनिधि मंडल ने मामले की जांच करवाने की मांग की थी. साथ ही, उपायुक्त पर सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था. कहा गया था कि जानबूझ कर एक चुने हुए जनप्रतिनिधि पर मामले दर्ज किए जा रहे हैं.