क्यों खास है मोहन भागवत का झारखंड दौरा ?

धनबाद : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत के तीन दिवसीय प्रवास का आज दूसरा दिन है। राजकमल स्कूल में तीन दिवसीय प्रांतीय प्रचारक बैठक में देश भर से 100 प्रांत प्रचारक शामिल हो रहे हैं। शुक्रवार की बैठक में आदिवासी बहुल इलाकों में संघ की गतिविधियों को तेज करने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही राष्ट्रवादी विचारधारा से विद्यार्थियों एवं युवाओं को संघ से जोड़ने पर बल देने पर विचार-विमर्श हुआ। 2025 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना के सौ वर्ष पूरे होंगे । इसको लेकर भी आगे की योजनाओं पर चर्चा हो रही है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत की झारखंड यात्रा को वैसे तो संघ के रूटीन कार्यक्रम का एक हिस्सा बताया जा रहा है। लेकिन राजनैतिक हलकों में इस यात्रा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बैठक मेंआदिवासी बहुल इलाकों में संघ की गतिविधियों को तेज करने और विद्यार्थियों एवं युवाओं को संगठन से जोड़ने के निर्देश के खास निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। इसकी बड़ी वजह ये भी है कि बीजेपी के प्रदेश संगठन मंत्री धर्मपाल भी बैठक में शामिल हैं। राजनीति के जानकार इसे मिशन 2024 के तौर पर देख रहे हैं।

रिपोर्ट : राजकुमार जायसवाल

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