नवादा : रजौली थाना क्षेत्र के मुरहेना गांव की एक महादलित महिला की हत्या तेजधार हथियार से फरका बुजुर्ग पंचायत के पहवाचक गांव के कुछ दबंगों ने शनिवार की शाम को लगभग 4:30 बजे कर दी। घटना के बाद पुलिस व प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। सूचना पाकर एसडीपीओ गुलशन कुमार एवं थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार पुलिस बलों के साथ मुरहेना गांव पहुंची एवं त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में शामिल तीन लोगों की गिरफ्तारी शनिवार की रात्रि को कर ली गई। मृतका की पहचान मुरहेना गांव निवासी विनोद चौधरी की 48 वर्षीय पत्नी कलावंती देवी के रूप में हुई है।
मृतका की बहू सुषमा देवी ने बताई कि शनिवार को फरका बुजुर्ग के पहवाचक गांव के खुरी नदी के किनारे स्थित खेत में लगे धान की कटाई के लिए अपने ससुर विनोद चौधरी एवं सास कलावंती देवी के साथ गई थी। लगभग एक एकड़ खेत के धान को काट ली थी, शेष लगभग चार कट्ठा खेत में लगे धान की कटाई रविवार को करना था। इसी दौरान खेत के बगल में चरितर यादव के पुत्र उमा यादव अपने कुछ लोगों के साथ दारू वगैरह पी रहे थे एवं दारू पीने के बाद वे सभी तेजधार हथियार लेकर धान के खेत में छुपकर रेंगते हुए आए और सास के पैर पर हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से सास जोर से बचाने को चीखी, हमलोग उन्हें बचाने उनके पास जा ही रहे थे कि वे लोग सास के शरीर के पीठ एवं अन्य हिस्सों में ताबड़तोड़ हमला करने लगे।दृश्य इतना भयावह था कि वे लोग नदी में कूदकर भागे एवं बचाव को लेकर गुहार लगाते रहे।जिसके बाद आसपास के लोग जुटे तो सभी आरोपी भागने में सफल रहे।
घटना में गंभीर रूप से घायल महिला कलावंती देवी को स्थानीय लोगों की मदद से निजी वाहन में सवार कर रजौली स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला की गम्भीर हालत देखकर चिकित्सक ने घायल महिला को सदर अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं, सदर अस्पताल में भी इलाज के बाद उन्हें बेहतर इलाज हेतु पावापुरी स्थित विम्स अस्पताल रेफर किया गया। किंतु एम्बुलेंस पर सवार होने से पूर्व ही महिला ने दम तोड़ दी। जिसके बाद परिजनों में शोक व्याप्त हो गया और वे रोने-बिलखने लगे। इसके बाद रविवार को शव को पोस्टमार्टम होने के बाद शव को मृतका के घर लाया गया।
मुरहेना पंचायत के मुखिया ईश्वरी प्रसाद एवं जोगियामारण पंचायत के पूर्व मुखिया मुसाफिर चौधरी ने बताया कि मृतका कलावंती देवी के ससुर को वर्ष 1985 में पर्चा दिया गया था। वहीं वर्ष 2008 एवं 2016 में एलआरडीसी कोर्ट से मृतका कलावंती देवी एवं उनके परिवार की जमीन का फैसला आया था। इसी बीच जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर अक्सर झगड़ा व मारपीट होते रहता था। साथ ही कहा कि पूर्व में भी मारपीट को लेकर लगभग चार-पांच केस थाना में दर्ज किया गया था। वहीं परिजनों ने कहा कि घटना से पूर्व अंचलाधिकारी को जमीन पर अवैध कब्जे की सूचना दी गई थी, उसके बावजूद दबंगों ने हत्या जैसी घटना को अंजाम दे दिया।
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घटना के अगले दिन रविवार की सुबह मृतका का शव गांव में आने के बाद परिजनों ने पुलिस व प्रशासन से हत्यारों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। इस दौरान अंचलाधिकारी मो. गुफरान मजहरी, बीडब्लूओ साजन स्नेही, बीपीआरओ राजन कुमार, थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार, एसआई सत्येन्द्र सिंह व एसआई पिंकी कुमारी के अलावे दर्जनों पुलिस बलों के अथक प्रयास के बाद मृतका के परिजन अंतिम संस्कार हेतु तैयार हुए। अंचलाधिकारी ने बताया कि पीड़ित परिजन को कबीर अंत्येष्टि के तहत तीन हजार रुपए की राशि प्रदान की गई है। वहीं बीडब्लूओ ने बताया कि एससी-एसटी अत्याचार अधिनियम के तहत पीड़ित परिजन को प्राथमिकी दर्ज होने के बाद चार लाख 12 हजार पांच सौ रुपए दिए जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि प्राथमिकी के बाद आरोपियों के विरुद्ध चार्जशीट होने पर उन्हें चार लाख 12 हजार पांच सौ रुपए की राशि सरकार की ओर से दी जाएगी।
एसडीपीओ गुलशन कुमार ने बताया कि जमीन विवाद को लेकर पुरानी रंजिश में हुई महिला की हत्या को लेकर पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में गागन खुर्द गांव निवासी चरितर यादव के पुत्र उमा यादव, उमा यादव के पुत्र अभिषेक यादव एवं उमा यादव की पत्नी मीणा देवी है। थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्तों के पास से हत्या में शामिल तेजधार हथियार, एक देशी कट्टा, एक देशी थर्नट, एक जिंदा कारतूस एवं तीन खोखा बरामद किया गया है। थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी उमा यादव थाना कांड संख्या 02/2003 में आईपीसी की धारा 364 और 302 का अभियुक्त भी है।साथ ही बताया कि घटनास्थल से जरूरी साक्ष्य को लेकर एफएसएल टीम को सूचित किया गया है। वहीं गिरफ्तार लोगों को रविवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
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अनिल कुमार की रिपोर्ट