World Earth Day : जानिए क्यों मनाया जाता है विश्व पृथ्वी दिवस- विश्व पृथ्वी दिवस
हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है.
यह दिवस भारत समेत लगभग 195 से ज्यादा देश मनाते हैं.
ये दिन एक मौका होता है जब करोड़ों लोग मिलकर पृथ्वी से जुड़ी पर्यावरण की
चुनौतियों पर अपनी सुझाव देते हैं और इस पर काम करते हैं.
पृथ्वी सभी जीवों के लिए जीवनदायिनी है.
जीवन जीने के लिए जिन प्राकृतिक संसाधनों की जरूरत एक पेड़,
एक जानवर या फिर इंसान को होती है, पृथ्वी वह सब हमें प्रदान करती है.
हालांकि वक्त के साथ सभी जरूरी प्राकृतिक संसाधनों का दोहन इस कदर हो रहा है कि
समय से पहले की सभी संसाधन खत्म हो सकते हैं.
ऐसे में मनुष्य के लिए पृथ्वी पर जीवित रहना मुश्किल हो जाएगा.
इसी मुश्किल को हल करने के लिए प्रकृति प्रदत्त चीजों का संरक्षण करने की आवश्यकता है.
इसे मनाने का मकसद यही है कि लोग पृथ्वी के महत्व को समझें और पर्यावरण को बेहतर बनाए रखने के प्रति जागरूक हों. यही वजह है कि इस दिन पर्यावरण संरक्षण और पृथ्वी को बचाने का संकल्प लिया जाता है. इस दिन को इंटरनेशनल मदर अर्थ डे के रूप में भी जाना जाता है.
22 अप्रैल को क्यों मनाया जाता है पृथ्वी दिवस
साल 1970 से हर साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस मनाया जाता है. इस दिन को जैव विविधता के नुकसान, बढ़ते प्रदूषण जैसे पर्यावरणीय मुद्दों को उजागर करने के लिए मनाया जाता है. इस दिन अर्थ डे ऑर्गेनाइजेशन (पूर्व में अर्थ डे नेटवर्क) द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. इसमें 193 देशों के 1 बिलियन से अधिक लोग शामिल हैं.
इस साल का क्या है थीम
इस साल 2022 वर्ल्ड अर्थ डे की थीम है, ‘इन्वेस्ट इन आवर अर्थ’. मतलब ‘हमारी पृथ्वी में निवेश करें’. इसमें मुख्य बिंदू (की प्वाइंट) है साहसिक तरीके से काम करना, व्यापक रूप से इनोवेशन करना और न्यायसंगत तरीके से लागू करना है. इससे पहले साल 2021 में वर्ल्ड अर्थ डे की थीम ‘रिस्टोर अवर अर्थ’ और साल 2020 की थीम ‘क्लाइमेट एक्शन’ थी.
जानें विश्व पृथ्वी दिवस का इतिहास
विश्व पृथ्वी दिवस ग्लोवल स्तर पर 192 देशों द्वारा मनाया जाता है. 60-70 के दशक में जंगलों और पेड़ों की अंधाधुन्ध कटाई को देखते हुए सितम्बर 1969 में सिएटल, वाशिंगटन में एक सम्मलेन में विस्कोंसिन के अमेरिकी सीनेटर जेराल्ड नेल्सन ने इसे मनाने की घोषणा की. इस राष्ट्रव्यापी जन आंदोलन में अमेरिका के स्कूल और कॉलेजों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. और इस सम्मेलन में 20 हजार से अधिक लोग इक्कट्ठा हुए. साल 1970 से लगातार ये दिवस मनाया जा रहा है.
कहां से आया ‘अर्थ डे’ का शब्द
पृथ्वी दिवस या अर्थ डे शब्द को सबसे पहले जूलियन कोनिग दुनिया के सामने लाए थे. उनका जन्मदिन 22 अप्रैल को होता था. इसलिए पर्यावरण संरक्षण से जुड़े आंदोलन की शुरुआत 22 अप्रैल को अपने जन्मदिन के दिन करते हुए उन्हें इसे अर्थ डे नाम दिया. उनका मानना था कि अर्थ डे और बर्थडे एक अच्छा ताल मिलाता है.
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