राचीः 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस है. इस अवसर पर रांची के जलाशयों को बचाने के लिए पदयात्रा की गई. शहर के विभिन्न संगठनों ने कांके डैम से लेकर हरमू नदी तक पदयात्रा निकाली. इस पदयात्रा के माध्यम से शहर के जलाशयों को बचाने और उसके सही तरह से रख-खाव की मांग की. साथ ही जलाशयों को संरक्षित करने की जरुरत पर भी जोर दिया.
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हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी साफ सफाई नहीं
इस पदयात्रा में शामिल झारखंड हाईकोर्ट की अधिवक्ता खुशबू कटारूका ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी बड़ा तालाब की साफ सफाई नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीरता नहीं दिखाती है तो लगातार इस मुद्दे को उठाया जाएगा. वहीं इस पदयात्रा के संयोजक अमृतेश पाठक ने कहा कि शहर के सैकड़ों तालाब लुप्त हो गए, लेकिन जो तालाब बचे हुए हैं उन्हें संरक्षित करना चाहिए.
जलाशयों को बचाने की जरुरत
पदयात्रा कर रहे लोगों का कहना है कि हरमू नदी, बड़ा तालाब और कांके डैम के आसपास अतिक्रमण हो जाने की वजह से जलासयों का नेचुरल फ्लो बंद हो गया. कांके डैम का पानी काला हो गया है. जबकि बड़ा तालाब का पानी इतना दूषित हो गया है कि लोग सांस तक नहीं ले पा रहे हैं. वहीं हरमू नदी नाला में तब्दील हो गया है.