महाकुंभ 2025 के लिए मौनी अमावस्या पर यूपी में चलेंंगी 1000 अतिरिक्त बसें

लखनऊ / प्रयागराज : महाकुंभ 2025 के लिए मौनी अमावस्या पर यूपी में चलेंंगी 1000 अतिरिक्त बसें। महाकुंभ 2025 के जारी महोत्सव को लेकर बेहद संजीदा Yogi सरकार ने श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों के रेल, सड़क और वायुमार्ग से यातायात सुगमता पर भी लगातार ध्यान बनाए हुए है। सड़क मार्ग से सबसे अधिक प्रदेश और पड़ोसी राज्यों से आने-जाने वाले श्रद्धालुओं एवं तीर्थयात्रियों के लिए बस संचालन पर शुरू से ही प्रदेश सरकार का फोकस है।

अब इसी क्रम में मौनी अमावस्या पर 29 जनवरी के ऐन एक दिन पहले से मेला क्षेत्र के लिए लोगों की आवाजाही अधिक होने के अनुमान के मद्देनजर व्यवस्थाओं को और सुधारा जा रहा है। इसी क्रम में Yogi सरकार ने पूरे यूपी में मौनी अमावस्या पर महाकुंभ के लिए 1000 अतिरिक्त बसों के संचालन का निर्देश जारी किया है।

महाकुंभ में कुल 8 हजार अतिरिक्त बसों के संचालन की व्यवस्था

इसी क्रम में अब तक की महाकुंभ की तैयारी के बाबत कुल 8 हजार अतिरिक्त बसों का यूपी में मौनी अमावस्या पर संचालन की व्यवस्था कर दी गई है। तय हुआ है कि यूपी परिवहन विभाग द्वारा मौनी अमावस्या पर्व पर 1000 अतिरिक्त बसें चलाएगा ताकि महाकुंभ स्नान के लिए आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। परिवहन निगम ने मौनी अमावस्या पर 7000 बसों के संचालन की योजना पहले से ही की थी।

मौनी अमावस्या पर आने वाले काफी संख्या में श्रद्धालुओं को देखते हुए CM Yogi आदित्यनाथ ने 1000 अतिरिक्त बसों के संचालन के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने योजना भवन में 29 जनवरी व 3 फरवरी को पड़ने वाले महत्वपूर्ण स्नान को लेकर परिवहन विभाग के अधिकारियों को इसके लिए आवश्यक व्यवस्था करने को कहा।

महाकुंभ में संगम स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का विहंगम दृश्य।
महाकुंभ में संगम स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का विहंगम दृश्य।

परिवहन मंत्री ने श्रद्धालुओं के रुकने, चाय-पानी के इंतजाम का भी दिया निर्देश

परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने  कहा कि – ‘मौनी अमावस्या सबसे महत्वपूर्ण स्नान है। इस दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान करने आएंगे। इसीलिए पुलिस व प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर विभागीय अधिकारियों को श्रद्धालुओं को बेहतर परिवहन सेवा मुहैया कराने को निर्देशित किया गया है।

…प्राइवेट ऑपरेटरों से भी संपर्क साधते हुए व्यवस्था को बेहतर बनाने में सहयोग करने को कहा गया है। प्रयागराज में बने 9 अस्थाई बस स्टेशनों पर यात्रियों के रुकने, कंबल, चाय आदि की व्यवस्था के लिए भी एनजीओ आदि से संपर्क करने को कहा ताकि किसी महाकुंभ श्रद्धालु को कोई दिक्कत ना हो। यात्रियों को बेहतर व्यवस्थाएं बस स्टेशनों पर मुहैया कराई जाएं।

…जिनके रहने की व्यवस्था नहीं हो उन्हें अस्थाई बस स्टेशनों पर भी रुकने की व्यवस्था करने को कहा है। अस्थाई बस स्टेशनों पर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से चले, इसके लिए एक प्लान तैयार किया गया है। बसों में फर्स्ट एड, फायर सेफ्टी डिवाइस की व्यवस्था सुदृढ़ रखने के निर्देश दिया है। साथ ही एंबुलेंस व क्रेन की व्यवस्था भी समुचित करने को कहा है ताकि आपातकाल में तत्काल व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित किया जा सके’। 

यूपी परिवहन विभाग की बसों का सांकेतिक चित्र
यूपी परिवहन विभाग की बसों का सांकेतिक चित्र

आज महाकुंभ में संगम स्नान के लिए पहुंच रहे हैं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

महाकुंभ मेला प्रबंधन को मिले आधिकारिक प्रोटोकॉल कार्यक्रम के मुताबिक, गृहमंत्री अमित शाह आज करीब साढ़े 7 घंटे महाकुंभ नगर में रहेंगे। उनके साथ CM Yogi भी मौजूद रहेंगे। गृहमंत्री दिन में करीब 11.30 बजे बमरौली एयरपोर्ट आएंगे। वहां से अरैल आएंगे। फिर निषादराज क्रूज से वीआईपी घाट आएंगे।

तय कार्यक्रम के मुताबिक, गृहमंत्री संगम स्नान एवं पूजन के साथ अक्षयवट एवं बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन करेंगे। इसके बाद वह सभी शंकराचार्य से मिलेंगे। इनके अलावा शरणानंदजी महाराज, गोविंद गिरि महाराज तथा अन्य संतों से भेंट करेंगे। जगन्नाथ ट्रस्ट शिविर में संतों संग वह भोजन करेंगे। शाम को करीब 6:50 बजे वह बमरौली एयरपोर्ट से दिल्ली रवाना होंगे।

अमित शाह की फाइल फोटो
अमित शाह की फाइल फोटो

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, महाकुंभ मेले में गृह मंत्री शाह के पुरी के शंकराचार्य और द्वारका के शंकराचार्य सहित कई संतों से मिलेंगे। अपने महाकुंभ में संगम  स्नान को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर अपने मनोभावों को साझा किया है।

अमित शाह ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा है –  ‘सनातन धर्म का महाकुंभ, जो पूरी दुनिया को समानता और सद्भाव का संदेश देता है, न केवल एक तीर्थ स्थल है, बल्कि देश की विविधता, आस्था और ज्ञान परंपरा का संगम भी है। मैं कल प्रयागराज में महाकुंभ में डुबकी लगाने और पूजा करने तथा पूज्य संतों से मिलने के लिए उत्साहित हूं।’

Related Articles

Stay Connected
115,000FansLike
8,171FollowersFollow
496FollowersFollow
397,000SubscribersSubscribe
- Advertisement -spot_img